सराज/मंडी:देश में सरकार ने बेशक 2022 तक सभी पात्र लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास देने का लक्ष्य रखा है. वहीं, मंडी जिला के विकास खंड सराज में सरकार को यह लक्ष्य टेढ़ी खीर की तरह नजर आ रहा है.
विकास खंड सराज में अभी तक केवल 21 परिवारों को आवास योजना के तहत लाया गया है. इस योजना में अभी तक खंड की मात्र 2 पंचायतों खौली व कथयारी के लाभार्थियों को ही आवास योजना के तहत चयनित किया गया है. आंकड़ों के अनुसार आवास योजना के तहत वर्ष 2017-18 में मात्र 2 मकान अलॉट किये गए, जिसमें 1 ग्राम पंचायत खौली व एक कथयारी के खाते में आया.
वर्ष 2019-20 में योजना के तहत 3 मकान अलॉट हुए, जिसमें 1 खौली व 2 कथयारी के हिस्से आए. वर्ष 2020-21 में सर्वाधिक 16 मकान अलॉट हुए, जिसमें 15 खौली व 1 कथयारी पंचायत के आवेदकों को मिले. उक्त आवासों में अभी तक मात्र 6 मकान पूरे हो चुके हैं और अन्य के लिए अभी तक मात्र 1 ही किश्त जारी की गई है.
विकास खंड बालीचौकी में 2 साल पहले एक नए खंड के तौर पर काम कर रहा है, लेकिन आवास योजना में अन्य पंचायतों की अनदेखी को लेकर लोगों में भारी रोष है. विकास खंड के तहत आने वाले गांव टिक्की के दुर्गादास ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2017 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन किया, लेकिन अभी तक भी वे मकान से महरूम है. पंचायत माणी के सुरजमणि ने भी आवास योजना में नाम न आने पर रोष जताया. दूसरी ओर ग्राम पंचायत बुंगजहल गाड़ के प्रधान महेंद्र राणा ने भी बालीचौकी खंड में चरणबद्ध तरीके से आवास योजना को लागू करने की मांग की.