हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का दौर खत्म हो गया है. मतदान को लेकर तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं. वहीं, एक ओर प्रचार वार में भाजपा ने पीएम नरेंद्र मोदी सहित अन्य बड़े नेताओं को झोंक दिया था. वहीं, कांग्रेस की चुनावी नैया प्रियंका वाड्रा के आसरे रही. भाजपा ने सूबे में छोटी बड़ी 145 रैलियां कीं वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस की रैलियों की संख्या 70 के करीब है. वहीं, आम आदमी पार्टी की कोई बड़ी रैली हिमाचल में नहीं हुई. अरविंद केजरीवाल सोलन में रोड शो के लिए आए थे, लेकिन पंजाब के कुछ अध्यापकों ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू की तो वे रोड शो छोड़कर चले गए.
भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त राहुल गांधी नहीं आए हिमाचल, प्रियंका वाड्रा ने संभाला प्रचार का मोर्चा
हिमाचल विधानसभा के चुनाव प्रचार में इस बार कांग्रेस प्रत्याशियों को राहुल गांधी की जनसभाओं का सहारा नहीं मिला. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों की इच्छा थी कि राहुल गांधी प्रचार में शामिल होते. पहले आसार भी बने कि चुनाव प्रचार खत्म होने से एक दिन पूर्व यानी गुरुवार 10 नवंबर को राहुल गांधी की कोई रैली हो जाए, लेकिन वे भारत जोड़ो यात्रा के तय कार्यक्रम के अनुसार दक्षिण भारत में रहे.
हिमाचल में थमा चुनाव प्रचार का शोर, अब प्रत्याशी जाएंगे डोर-टू-डोर
हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार खत्म हो चुका है. हिमाचल की सभी 68 विधानसभा सीटों पर शनिवार 12 नवंबर को मतदान होगा. जबकि मतगणना 8 दिसंबर को होगी. हिमाचल में प्रचार के रण में सभी प्रत्याशियों ने एड़ी चोटी का जोर लगाया है. बीजेपी से लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी तक ने चुनाव प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों को मैदान में उतारा था.
हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार खत्म हो चुका है. हिमाचल की सभी 68 विधानसभा सीटों पर शनिवार 12 नवंबर को मतदान होगा. वहीं, हिमाचल में चुनाव प्रचार से पहले ही भाजपा के प्रत्याशियों ने प्रचार के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की डिमांड शुरू कर दी थी. सीएम योगी ने हिमाचल में कुल 16 जनसभाएं कीं. हिमाचल के पूर्व सीएम शांता कुमार ने भी राम मंदिर के निर्माण में योगी की भूमिका को सराहा और कहा कि किसी ने सोचा नहीं होगा कि अपराधियों को सुधारने में बुलडोजर इस तरह भी काम आ सकता है. (Yogi Adityanath rally in Himachal)
बिलासपुर में बेटे से मारपीट के बाद धरने पर बैठे बंबर ठाकुर, बीजेपी पर लगाया हमले का आरोप
विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन बिलासपुर के पूर्व विधायक और कांग्रेस के मौजूदा प्रत्याशी बंबर ठाकुर के बेटे से मारपीट का मामला सामने आया है. जिसके बाद बंबर ठाकुर अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए हैं. बंबर ठाकुर का आरोप है कि कुछ लोगों ने उनके बेटे ईशान ठाकुर के साथ मारपीट की है जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बंबर ठाकुर ने इसके लिए जेपी नड्डा और उनके परिवार को जिम्मेदार ठहराया है.