कुल्लू: लाहौल स्पीति की मयाढ़ घाटी के किसानों की आलू की फसल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. ये संकट न तो खराब मौसम (Weather in Lahaul valley) के कारण है और न ही फसल पर किसी बीमारी के. बल्कि इस बार आलू की फसल पर संकट का कारण बना है लोक निर्माण विभाग. लाहौल के उदयपुर से मयाढ़ घाटी जाने वाली सड़क करपट गांव के (Potato crop stuck in Mayad valley) पास इस तरीके से बनाई गई है, जिसमें न तो आलू की फसल से लदे ट्रक चल पा रहे हैं और न ही एचआरटीसी की बस.
लिहाजा घाटी के ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं. बीते दिन जब मयाढ़ घाटी से बोरियों से लदा एक ट्रक उदयपुर की तरफ आ रहा था तो करपट गांव के पास ट्रक ऐसा फंसा की न तो वह सड़क की चढ़ाई चढ़ पाया और न ही अन्य वाहन उस सड़क से गुजर पाए. देखते ही देखते यहां गाड़ियों का एक लंबा ट्रैफिक जाम लग गया, जिसमें दर्जनों राहगीर भी बीच रास्ते में फंस गए.
इस बीच जब ट्रक चालक से बात की गई तो उनका कहना था कि वे मंगलवार रात से ही यहां पर फंसे हुए हैं. वहीं, स्थानीय निवासी गोपाल शाशनी ने बताया कि सरकार और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की नालायकी के चलते आज मयाढ़ घाटी के किसान अपनी आलू की फसल को भी घाटी से बाहर भेज नहीं पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब घाटी में कभी भी बर्फबारी हो सकती है और ऐसे में फसल के खराब होने संभावना है.