लाहौल स्पीति/कुल्लू: जिला लाहौल स्पीति में जहां पिछले 2 दिनों से भारी बर्फबारी का दौर जारी रहा. वहीं, मनाली लेह मार्ग पर फंसे लोगों के लिए भी बीआरओ के कर्मचारी उम्मीद बनकर सामने आए. बर्फबारी में फंसे हुए 87 लोगों को बीआरओ ने सुरक्षित निकाल लिया है. अब सड़क बहाली के कार्य को भी बीआरओ अंजाम दे रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार बीते मंगलवार सुबह दारचा से निकले डेढ़ सौ ट्रक चालक बीआरओ व लाहौल स्पीति पुलिस की मदद से सुरक्षित सरचू पहुंच गए, लेकिन दोपहर बार दारचा से लेह के लिए रवाना हुए 40 के लगभग ट्रक व छोटे वाहन भारी बर्फबारी शुरू होने से बारालाचा में ही फंस गए.
वहीं, 17 लोग बारालाचा के उस पार भरतपुर की ओर फंसे, जबकि अधिकतर बारालाचा दर्रे में फंस गए. बीआरओ ने 17 लोगों को रेस्क्यू कर बारालाचा की ओर लाया, लेकिन भारी बर्फबारी के कारण रात को रेस्क्यू कार्य रोकना रोकना पड़ा.
बर्फीली हवाएं बीआरओ की राह में दिक्कतें पैदा करती रही
दो असफल प्रयासों के बाद बीआरओ ने बुधवार शाम चार बजे बुलंद हौसलों के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु किया. भारी बर्फबारी व बर्फीली हवाएं बीआरओ की राह में दिक्कतें पैदा करती रही, लेकिन बीआरओ के जवानों ने जान जोखिम में डाल रेस्क्यू अभियान जारी रखा. अंततः वीरवार सुबह पांच बजे बीआरओ का रेस्क्यू ऑपरेशन सफल रहा और 87 लोगों को जिनमें दो महिलाएं और चार बच्चे शामिल हैं उन सभी को जिंगजिंगबार कैम्प पहुंचाया गया.
'दो प्रयास असफल रहने के बाद बीआरओ के जवान चिंतित हो उठे'
बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि दो प्रयास असफल रहने के बाद बीआरओ के जवान चिंतित हो उठे, लेकिन फंसे लोगों की हालत खस्ता होती देख जवानों ने फिर से हिम्मत की और बुधवार चार बजे फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया.
रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा और सुबह पांच बजे बीआरओ सभी 87 लोगों को बारालाचा दर्रे से सुरक्षित जिंगजिंगबार कैंम्प पहुंचाया. इनमें दो लोगों की हालत खराब है जिन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया है. उन्होंने सभी वाहन चालकों से आग्रह किया कि लेह जाने आने वाले वाहन चालक मौसम व सड़क की हालत सुधरने का इंतजार करें.
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