मनाली/लाहौल स्पीति: सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण भारत तिब्बत मार्ग ग्रांफू-सुमदो सड़क को लेकर चल रहा विवाद नहीं थम रहा है. एक तरफ जहां बीआरओ ने अब ग्रांफू-सुमदो सड़क की बहाली का कार्य रोक दिया है. वहीं, दूसरी तरफ शनिवार को बीआरओ के मजदूर भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए काजा में भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं.
ऐसे में ग्रांफू-सुमदो सड़क पर लाहौल स्पीति में सियासी पारा भी चढने लगा है. एक तरफ स्पीति के स्थानीय लोगों ने सरकार द्वारा जारी की गई ग्रांफू-सुमदो सड़क को पीडब्ल्यूडी के हवाले करने की अधिसूचना का विरोध किया है. अब बीआरओ के मजदूरों की लेबर कमेटी के सदस्यों ने भी इसके विरोध में शनिवार से एडीसी काजा के कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल शुरू कर दी है.
भूख हड़ताल पर बैठने से पहले मजदूरों ने फॉरेस्ट कॉलनी से लेकर एसडीएम ऑफिस तक प्रदेश सरकार के खिलाफ व कृषि मंत्री मुर्दाबाद के नारे लगा कर धरना प्रदर्शन किया.
बीआरओ की लेबर कमेटी के सदस्यों ने कमेटी अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि जब तक ग्रांफू-सुमदो सड़क को बीआरओ के पास ही रखने की अधिसूचना सरकार जारी नहीं करती है, तब तक लेबर कमेटी का आंदोलन नहीं रुकेगा. कमेटी अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि वह सरकार से यही मांग कर रहे हैं कि नई अधिसूचना को रद्द किया जाए और बीआरओ के अधीन काम कर रहे मजदूरों से उनका रोजगार न छीना जाए.
स्पीति प्रशासन के माध्यम से लेबर कमेटी ने हाल ही एक ज्ञापन सौंप सरकार से यह आग्रह किया था कि शाम तक अगर उनकी मांग को नहीं माना गया, तो वह आंदोलन करने को मजबूर होंगे. ऐसे में शनिवार को स्पीति में जहां मजदूरों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया, वहीं कमेटी के सदस्य एडीसी काजा के कार्यालय के बाहर भी भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं.