केलांग:पिछले 50 दिनों से लाहौल स्पीति में स्नो फेस्टिवल मनाया जा रहा है. 50वें दिन लामोई पर्व के मौके पर गोंदला में बौद्ध मंत्रोच्चरण के बीच इलाके की खुशहाली व विश्व शांति के लिए प्रार्थना की गई, जिसमें इलाके की महिलाओं ने भी विशेष रूप में भाग लिया और समूचे इलाके का वातावरण मंत्रोच्चार से गुंजायमान हो गया.
स्नो फेस्टिवल के 50वें दिन लामोई पर्व विशेष रूप से मनाया गया. इस मौके पर 50 किलो सत्तू का केक काटकर पूजा एवं प्रार्थना की गई. जिला मुख्यालय केलांग में सत्तू व घी से निर्मित 50 किलो केक काटा गया. इस केक को स्थानीय बोली में मर्पिणी कहा जाता है. खास बात यह है कि इस केक को तैयार करने के लिए सत्तू और घी हर महिला मंडल से एकत्रित किया गया था.
स्नो फेस्टिवल का समापन 29 मार्च को होगा