लाहौल स्पीति: उपायुक्त पंकज राय ने स्वच्छता एवं ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन कार्यक्रम को लागू करने के उद्देश्य से एक बैठक का आयोजन किया. जिसमें कमेटी के समस्त अधिकारियों ने हिस्सा लिया उन्होंने बताया कि केलांग पंचायत में 5 वार्डों के लिए एक- एक अफसर तैनात किया गया है. सभी वार्डों में अफसर ठोस कचरा प्रबंधन के लिए लोगों को जागरूक करेंगे और ठोस कचरे को उठवाने के साथ-साथ प्रबन्धन व्यवस्था पर नजर रखेंगे.
केलांग में नई व्यवस्था 1 फरवरी से शुरू
पंकज राय ने बताया कि इस संबध में सभी जनप्रतिनिधियों से भी बैठक की गई हैं. एक फरवरी तक केलांग के सभी घरों तक यह संदेश पहुंचाया जाएगा कि साडा अब गीला और ठोस कचरा अलग-अलग उठाएगा. ऐसे में घर पर ही ठोस एवं गीले कचरे को अलग-अलग कर के रखा जाए. केलांग में इस व्यवस्था को 1 फरवरी से शुरु किया जाएगा. इसमें सप्ताह में दो दिन तय करके एक दिन गीला कचरा तथा एक दिन ठोस कचरा उठाया जाएगा.
सतलुज जल विद्युत निगम ने दिया स्वच्छता वाहन
केलांग के बाद 1 मार्च तक पूरे लाहौल में इस व्यवस्था को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, जिसमें प्रत्येक पंचायत में एक अधिकारी तैनात किया गया है. इसके लिए एक विशेष स्वच्छ्ता वाहन का प्रबन्ध कर लिया गया है, जो कि सतलुज जल विद्युत निगम द्वारा प्रायोजित किया गया है. इस स्वच्छता वाहन द्वारा लाउडस्पीकर के माध्यम से स्वच्छता जागरूकता सन्देश देने के साथ कूड़ा एकत्रीकरण किया जाएगा. स्वच्छता वाहन के द्वारा समस्त जनता को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया जाएगा और 1 मार्च के बाद पूरे लाहौल में केवल ठोस कचरा प्रबंधन ही किया जाएगा, गीला कचरे को खाद के रूप में प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
उपायुक्त ने की अपील अलग-अलग रखें गीला व सूखा कचरा
पंकज राय ने सभी से यह अपील की है कि ठोस कचरा जैसे कि बिस्कुट, टॉफी, या कोई भी पैकेज उत्पाद के रैपर आदि को प्लास्टिक की बोतलों में भरते जाएं. गीला कचरा जैसे फल, सब्जियों के छिलके आदि को सूखे कचरे से अलग रखें. उन्होंने बताया कि इसमें सबसे महत्वपूर्ण कार्य यही है कि सूखे व गीले कचरे को अलग-अलग रखा जाए. गीले कचरे का निपटारा उसे खाद के रूप में प्रयोग कर किया जा सकता है. जिसके दो लाभ हैं एक गीले कूड़े का लाभ खाद के रूप में मिल जाता है. दूसरा सूखे कूड़े का एकत्रीकरण व निपटारा आसान हो जाता है. कचरा प्रबधंन को लेकर हुई इस बैठक में सहायक आयुक्त राजेश भण्डारी, पीओ आईटीडीपी रमन कुमार शर्मा, बीडीओ भानुप्रताप उपस्थित रहे.
ये भी पढे़: सैकड़ों गोवंश के लिए मसीहा बने नेरवा के युवा समाजसेवक, बर्फ में भी रख रहे ख्याल