बर्फ से आजादी के लिए लांघी रोहतांग की 20 फुट ऊंची दीवार, 3 युवाओं ने पैदल पार किया दर्रा
लाहौल की चंद्रा घाटी के युवाओं ने जान जोखिम में डालकर रोहतांग दर्रा पैदल पार किया है. युवाओं ने 20 फीट मोटी बर्फ की परत को लांघकर न केवल रोहतांग में कदमताल की शुरुआत की है, बल्कि पैदल यात्रियों के लिए रास्ता भी बना दिया है.
कुल्लू: लाहौल की चंद्रा घाटी के युवाओं ने जान जोखिम में डालकर रोहतांग दर्रा पैदल पार किया है. युवाओं ने 20 फीट मोटी बर्फ की परत को लांघकर न केवल रोहतांग में कदमताल की शुरुआत की है, बल्कि पैदल यात्रियों के लिए रास्ता भी बना दिया है. सर्दियों में इस साल भारी बर्फबारी होने से रोहतांग दर्रे में बर्फ के ऊंचे पहाड़ खड़े हैं. जिसके बाद अब लाहौल के युवा महेश, अशोक, प्रदीप ने ये कारनामा किया है. युवाओं का कहना है वे रात दो बजे सिसु से रोहतांग की ओर निकले. लाहौल के अंतिम गांव कोकसर में सात फीट से अधिक बर्फ जमी है. युवाओं ने सुबह सात बजे रोहतांग दर्रा फतह किया और 13 घंटे सफर करने के बाद शाम तीन बजे मनाली में दस्तक दी.
युवाओं ने बताया लाहौल घाटी में आधारभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. स्कूली बच्चे घाटी में फंसे हुए हैं. युवाओं ने बताया इस बार भारी बर्फबारी हुई है. जगह-जगह हिमखंड गिरे हैं और रोहतांग दर्रे में 20 फीट से अधिक बर्फ जमी है.