कुल्लू:आज धनतेरस के त्योहार के दिन खरीदारी करना शुभ माना जाता है. लोग आज सोना-चांदी से लेकर बर्तन समेत कई चीजें खरीदते हैं. आज लक्ष्मी-गणेश के साथ-साथ धन के देवता माने जाने वाले कुबेर की पूजा का भी विधान है, लेकिन धनतेरस पर पूजा पाठ या खरीदारी से जुड़ी कुछ ऐसी चीजें हैं जिनसे बचना चाहिए.
कुबेर के साथ करें धन्वंतरी की पूजा- धन, धान्य, संपन्नता, समृद्धि का प्रतीक धनतेरस का त्योहार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है, जो की आज यानी 10 नवंबर को है. धन के देवता यक्ष राज कुबेर के सम्मान में हर साल धनतेरस का त्यौहार मनाते हैं. इसलिये इसे धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है. आचार्य विजय कुमार के मुताबिक इस दिन धन के देवता कुबेर के साथ-साथ भगवान धन्वंतरी की पूजा करनी चाहिए. इससे धन लाभ के साथ-साथ अच्छी सेहत आशीर्वाद भी मिलता है. इसके अलावा माता लक्ष्मी की भी भक्तों पर कृपा रहती है.
धनतेरस पर सोना चांदी खरीदने का विधान है भगवान धन्वंतरी कौन हैं- कहते हैं कि जब देवता और असुरों ने मिलकर समुद्र मंथन किया तो 14 रत्नों की प्राप्ति हुई थी. आखिर में अमृत कलश अपने हाथों में लेकर भगवान धन्वंतरी निकले थे. जो समुद्र मंथन से निकले दो अंतिम रत्न कहलाते हैं. चार भुजाओं वाले भगवान धन्वंतरी को आयुर्वेद का जनक माना जाता है. उनके एक हाथ में औषधि कलश, दूसरे में जड़ी बूटी, तीसरे में शंख और चौथे में आयुर्वेद ग्रंथ होता है. इसीलिये उनकी पूजा करने से अच्छी सेहत का वरदान प्राप्त होता है.
धन के देवता कुबेर के साथ भगवान धन्वंतरी की पूजा करें धनतेरस पर भूलकर ना करें ये काम- दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस पर लोग खरीदारी से लेकर साफ सफाई और पूजा पाठ करते हैं. आचार्य विजय कुमार के मुताबिक इस दिन कुछ खास बातों का ध्यान रखने की जरूरत है. ताकि धनतेरस पर लक्ष्मी और कुबेर की कृपा मिल सके.
1) घर में ना लाएं खाली बर्तन-धनतेरस के दिन बर्तन भी खरीदते हैं. वैसे तो इस दिन पीतल या कांसे के बर्तन खरीदने का विधान है लेकिन समय के साथ-साथ स्टील या अन्य धातु के बर्तन भी खरीदे जाते हैं. लेकिन इस दिन खाली बर्तन घर में नहीं लाना चाहिए, अगर आप धनतेरस के मौके पर कोई बर्तन खरीदते हैं तो उसे चावल, गेहूं या अन्य किसी अनाज से भरकर ही घर में लाएं.
2) लोहे की खरीदारी ना करें- इस दिन सोना, चांदी, गहने, बर्तन समेत कई चीजें खरीदी जाती हैं लेकिन धनतेरस के दिन लोहे की खरीदारी नहीं करनी चाहिए.
धनतेरस पर गणेश और लक्ष्मी की अलग-अलग मूर्ति खरीदें 3) लक्ष्मी-गणेश की अलग-अलग मूर्ति खरीदें- धनतेरस से लेकर दिवाली तक धन की देवी लक्ष्मी और गणेश की पूजा भी की जाती है. हर साल इस मौके पर लोग लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां खरीदते हैं. इस दौरान ध्यान रखें कि भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की अलग-अलग मूर्तियां खरीदें. बाजार में ऐसी मूर्तियां या तस्वीरें मिलती हैं जिनमें लक्ष्मी गणेश एक साथ विराजमान होते हैं लेकिन इन मूर्तियों की बजाय दोनों की अलग-अलग मूर्तियां खरीदें.
धनतेरस पर क्या करें और क्या ना करें ? धनतेरस पर धनवर्षा के लिए करें ये उपाय- आचार्य विजय कुमार बताते हैं कि धनतेरस के दिन ऐसा क्या करना चाहिए जिससे आपको देवी लक्ष्मी के साथ-साथ धन के देवता कुबेर और अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद देने वाले धन्वंतरी से लेकर भगवान गणेश तक का आशीष मिले.
- धनतेरस के पहले ही दिवाली की साफ-सफाई कर लें और फिर पूजा अर्चना का काम शुरू करें.
- धनतेरस पर सोना, चांदी, पीतल के बर्तन खरीदने चाहिए.
- दिवाली के लिए भगवान गणेश व लक्ष्मी की मूर्ति भी इसी दिन खरीदी जाती है.
- इस दिन जरूरतमंदों को दान करने से भी विशेष लाभ मिलता है.
- मुख्य द्वार पर दोनों ओर स्वस्तिक का चिह्न जरूर लगाना चाहिए.
- धनतेरस के दिन से ही रोजाना मुख्य द्वार के बाईं ओर घी का दीपक जरूर जलाना चाहिए.
- अगर धन से संबंधित कोई यंत्र खरीदें तो वह यंत्र अंको से बना होना चाहिए. इसकी पूजा भी धनतेरस के दिन की जानी चाहिए.
- लक्ष्मी, गणेश और कुबेर के साथ-साथ धन्वंतरी की पूजा भी करें.
- धनतरेस की शाम को उत्तर दिशा की ओर कुबेर और धन्वंतरी की स्थापना कर दोनों के सामने घी का दीपक जलाएं.
- धन के देवता कुबेर को सफेद मिठाई और धन्वंतरी भगवान को पीली मिठाई चढ़ाएं.
- पूजा में पहले कुबेर के मंत्रो का जाप करना चाहिए और उसके बाद धन्वंतरी भगवान की पूजा करके प्रसाद बांटना चाहिए.
ये भी पढ़ें:धनतेरस पर सोना-चांदी के अलावा ये चीजें खरीदना भी है शुभ, जानें खरीदारी का बेस्ट मुहूर्त