कुल्लू:जिला कुल्लू की प्राकृतिक सुंदरता का मजा लेने आने वाले सैलानियों के लिए एक और खुशखबरी है. अब सैलानी यहां पर सबसे लंबे रिवर राफ्टिंग स्ट्रैच का मजा ले सकेंगे. यह रिवर राफ्टिंग बबेली से लेकर झिड़ी तक आयोजित कराई जाएगी और यह स्ट्रैच 30 किलोमीटर लंबा होगा. ऐसे में अब रोमांच को पसंद करने वाले सैलानी ब्यास नदी की ठंडी जलधारा में सबसे लंबे ट्रैक पर राफ्टिंग का आनंद जल्द उठा सकेंगे.
राफ्टिंग का ट्रायल रहा सफल:हालांकि, इससे पहले राफ्टिंग विभिन्न स्थानों पर करवाई जाती थी, लेकिन यह ट्रैक 10 से लेकर 12 किलोमीटर तक होता था,क्योंकि बीच में नदी में कई परेशानियां आती थी और रामशिला से लेकर पिरडी तक ब्यास नदी का स्ट्रैच पास नहीं किया गया था.अब पर्यटन विभाग ने रामशिला से लेकर पिराडी तक बचे हुए 5 किलोमीटर स्ट्रैच पर राफ्टिंग का ट्रायल किया जो पूरी तरह से सफल रहा. ऐसे में अब बबेली से झिड़ी तक जल्द रिवर राफ्टिंग शुरू होगी.
पानी का बहाव सही: जानकारी के मुताबिकबीते दिनों अटल बिहारी पर्वतारोहण संस्थान और जिला कुल्लू पर्यटन विभाग की ओर से संयुक्त रूप से रामशिला से लेकर पिरडी तक ब्यास नदी में रिवर राफ्टिंग का ट्रायल किया गया. जो पूरी तरह से सफल रहा. इस स्ट्रैच में पहले पानी का बहाव और बड़ी-बड़ी चट्टानें दिक्कतें पेश करती थी. अब राफ्टिंग ट्रायल के दौरान पाया गया कि पानी का बहाव सही है और यहां पर आसानी से रिवर राफ्टिंग की जा सकती है.अब जल्द रिवर राफ्टिंग करने की अनुमति प्रदान की जाएगी.
रिवर राफ्टिंग की 150 एजेंसियां पंजीकृत:जिला कुल्लू में पर्यटन विभाग की ओर से रिवर राफ्टिंग की 150 एजेंसियां पंजीकृत हैं, जिनमें 600 से अधिक रिवर रफ्तार पंजीकृत है. इसके अलावा इसी कारोबार से जुड़कर 4 हजार से लोगों को भी रोजगार मिल रहा है. वहीं, जिला कुल्लू के बबेली, पिरडी, भुंतर, झिड़ी में इन दिनों प्रशासन ने रिवर राफ्टिंग प्वाइंट चिन्हित किए है. जल्द ही रामशिला प्वाइंट को भी रिवर राफ्टिंग के लिए चिन्हित किया जाएगा.