कुल्लू: देश की राजधानी दिल्ली में एयर पॉल्यूशन होने के चलते अब लोग शुद्ध हवा के लिए हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों का रुख कर रहे हैं. बीते दिनों दिल्ली के कई शहरों में 450 के आसपास एयर क्वालिटी इंडेक्स मापा गया. वहीं, हवा दूषित होने के चलते निचले इलाकों में लोगों को सांस लेने संबंधी दिक्कतें पेश आ रही हैं. इसके विपरीत हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध पर्यटन नगरी मनाली व शिमला का एयर क्वालिटी इंडेक्स 45 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है. ऐसे में अब हिमाचल के पर्यटन कारोबारी ने भी सैलानियों से आग्रह किया है कि वह शांत माहौल में शुद्ध हवा का मजा लेने के लिए हिमाचल का रुख करें. वहीं, दिल्ली के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में भी इन दिनों एयर पॉल्यूशन बढ़ गया है. ऐसे में हिमाचल प्रदेश के कई होटलों में ऑक्यूपेंसी की दर भी 40 से 50 फीसदी हो गई है.
हिमाचल के शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स: देश की राजधानी में एयर पॉल्यूशन अधिक होने के चलते वीकेंड पर हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर सैलानियों के बढ़ने की भी उम्मीद बढ़ गई है. हिमाचल प्रदेश के कई पर्यटन स्थलों में अभी भी एयर क्वालिटी इंडेक्स 60 माइक्रोग्राम से नीचे चल रहा है. शिमला मनाली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 45 माइक्रोग्राम, परवाणू 49, धर्मशाला 52 और मंडी जिला के सुंदरनगर का 51 माइक्रोग्राम है. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश का औद्योगिक क्षेत्र बद्दी ही एक ऐसा शहर है. जहां पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 माइक्रोग्राम से ज्यादा है. बद्दी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 163 माइक्रोग्राम, पांवटा साहिब का 82, नालागढ़ का 69, काला अम्ब का 61 और डमटाल का 51 माइक्रोग्राम है.