कुल्लू: पर्यटन नगरी मनाली के विश्वविख्यात रोहतांग दर्रे के दीदार के लिए अब लाहौल परमिट का सहारा भी लिया जा रहा है. लाहौल घूमने के नाम पर परमिट लेकर सैलानी रोहतांग दर्रे से ही वापस मनाली का रुख कर रहे हैं.
लाहौल परमिट के नाम पर सैलानी कर रहे रोहतांग का सैर सपाटा.
एनजीटी के नियम के अनुसार लाहौल का परमिट लेने वालों को लाहौल जाना जरूरी होता है. लाहौल का परमिट आसानी से और जल्दी मिल जाता है, जबकि रोहतांग परमिट के लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. ऐसे में सैलानी सस्ते में ही लाहौल की बजाय रोहतांग का सैर सपाटा कर रहे हैं. लाहौल जाने वाले सैलानियों को मढ़ी और कोकसर में तैनात पुलिस को परमिट दिखाना होता है, लेकिन अधिकतर सैलानी अपने परमिट को मढ़ी में दिखाकर रोहतांग में दिनभर मस्ती कर वापस आ रहे हैं.
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नियमों के अनुसार सैलानियों को लाहौल स्पीति जिला की सीमा को पार करना जरूरी है. लाहौल स्पीति का परमिट सैलानियों को सिर्फ सौ रुपये में मिल रहा है, जिसका पर्यटन सीजन के दौरान सैलानी खूब लाभ उठा रहे हैं. वहीं, एसडीएम मनाली अश्विनी कुमार का कहना है कि लाहौल परमिट पर रोहतांग दर्रे से वापस आना गलत है और इस बारे में पुलिस पोस्ट पर तैनात कर्मचारियों को निर्देश जारी किया जाएंगे. एनजीटी के आदेशों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है और इसका उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
लाहौल परमिट के नाम पर सैलानी कर रहे रोहतांग का सैर सपाटा (वीडियो).