कुल्लू:हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. प्रदेश सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते शिमला, कुल्लू, मंडी और कांगड़ा में नाइट कर्फ्यू लगा दिया है. नाइट कर्फ्यू के चलते कुल्लू के पर्यटन कारोबार को भी नुकसान पहुंच रहा है, जिससे घाटी के पर्यटन कारोबारी खासी चिंतित है.
पर्यटन कारोबारी की बढ़ी चिंता
कुल्लू में बीते दिनों जमकर बर्फबारी हुई है. बर्फबारी के चलते कुल्लू के अधिकतर पर्यटन स्थल सफेद चांदी से भर उठे हैं. बर्फबारी को देखने के लिए भी बाहरी राज्यों से पर्यटक कुल्लू और मनाली का रुख कर रहे हैं, जिससे यहां के पर्यटन कारोबार को भी संजीवनी मिली है. नाइट कर्फ्यू लगने के चलते कई पर्यटक समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. पर्यटकों के समय पर ना पहुंचने के चलते घाटी के कारोबारियों ने भी चिंता व्यक्त की है.
समय से मनाली नहीं पहुंच रहे पर्यटक
कारोबारियों के अनुसार घाटी में बर्फ देखने के लिए बाहरी राज्यों से पर्यटक आ रहे हैं. कारोबारियों का कहना है कि ज्यादातर पर्यटक हवाई मार्ग से पहले चंडीगढ़ पहुंचते हैं और वहां से वाहन के माध्यम से कुल्लू-मनाली का रुख करते हैं, लेकिन रास्ते में उन्हें कई घंटों ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ रहा है. ऐसे में वह रात 9 बजे तक मनाली नहीं पहुंच पा रहे हैं.
परेशानी झेल रहे पर्यटक
रात के समय पर्यटक सीमा में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं. जिला की सीमा पर पर्यटकों को रोका जा रहा है, जिससे पर्यटक भी परेशान हो रहे हैं. कारोबारी बालकृष्ण व जोगिंद्र का कहना है कि जो बाहरी राज्यों से कुल्लू-मनाली घूमने के लिए आ रहे हैं. उनके लिए सरकार को कुछ दिशा निर्देश जारी करने चाहिए. नाइट कर्फ्यू के चलते उन्हें जिला की सीमा में ही रोक दिया जा रहा है, जिससे पर्यटकों को भी परेशानी हो रही है.
पर्यटन कारोबार को हो रहा नुकसान
कुल्लू के पर्यटन कारोबार को नुकसान हो रहा है. ऐसे में कुल्लू-मनाली के पर्यटन कारोबार को बचाने के लिए प्रदेश सरकार को पर्यटकों के लिए अलग से गाइडलाइन जारी करनी चाहिए. गौर रहे कि जिला कुल्लू में रात 9 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू का समय किया गया है. इस दौरान किसी भी प्रकार की आवाजाही को पुलिस की ओर से प्रतिबंधित किया गया है.