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कोरोना कर्फ्यू में फिर बंद हुआ ऑटो-टैक्सी का संचालन, दिल्ली की तर्ज पर प्रतिमाह 5 हजार रुपये देने की मांग

कुल्लू में प्रदेश सरकार द्वारा सिर्फ आपातकाल स्थिति में ही ऑटो व टैक्सी को चलाने की मंजूरी दी गई है. नए आदेशों के तहत कुल्लू में टैक्सी व ऑटो का संचालन पूरी तरह से रुक गया है. वहीं बीते साल से प्रदेश सरकार से कोई राहत न मिलने के चलते अब ऑटो चालकों में भी प्रदेश सरकार के प्रति खासा रोष है. इसके अलावा ऑटो चालकों ने निजी वाहनों में सवारियां ढोने वाले चालकों पर शिकंजा कसने की मांग की है.

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Published : May 12, 2021, 5:36 PM IST

कुल्लू:हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना कर्फ्यू की बंदिशों के तहत ऑटो व टैक्सी के संचालन पर भी रोक लगा दी गई है. ऐसे में अब चालक घरों में बेकार बैठे हुए हैं. वहीं, प्रदेश सरकार से भी कोई राहत न मिलने के चलते ऑटो व टैक्सी चालकों में भी अब खासा रोष व्याप्त है.

टैक्सी व ऑटो का संचालन पूरी तरह से ठप

कुल्लू में सिर्फ आपातकाल स्थिति में ही ऑटो व टैक्सी को चलाने की मंजूरी प्रदेश सरकार ने दी है. नए आदेशों के तहत कुल्लू में टैक्सी व ऑटो का संचालन पूरी तरह से रुक गया है. वहीं, बीते साल से प्रदेश सरकार से कोई राहत न मिलने के चलते अब ऑटो चालकों में भी प्रदेश सरकार के प्रति खासा रोष हैं. इसके अलावा ऑटो चालकों ने निजी वाहनों में सवारियां ढोने वाले चालकों पर भी शिकंजा कसने की मांग की है.

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दिल्ली की तर्ज पर प्रतिमाह 5 हजार देने की मांग

ऑटो यूनियन के महासचिव संजय कपूर ने बताया कि लंबे समय से प्रदेश सरकार से मांग कर रहे थे कि उन्हें भी दिल्ली सरकार की तर्ज पर प्रतिमाह 5000 और 2 महीने की राशन की सुविधा दी जाए. इसके अलावा 3 साल के लिए ऑटो की इंश्योरेंस व पैसेंजर टैक्स को भी माफ किया जाए. सरकार ने उनकी किसी भी मांग पर गौर नहीं किया है. संजय कपूर ने एक बार फिर से प्रदेश सरकार से मांग की है कि दिल्ली सरकार की तर्ज पर ऑटो व टैक्सी चालकों को राहत दी जाए. इसके अलावा 3 साल के सभी टैक्स भी माफ किया जाएं. इसके अलावा निजी वाहनों में सवारियां ढोने वाले चालकों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाए.

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