कुल्लू: देशभर में साइबर क्राइम का जाल फैलता जा रहा है. साइबर ठग आपकी कमाई पर नजर गढ़ाए बैठे हैं. आपकी छोटी सी लापरवाही ऐसे ठगों को मालामाल और आपको कंगाल बना सकती है. आपके पैसों पर सेंध लगाने के लिए साइबर ठग नए-नए पैंतरे आजमा रहे हैं. कभी मददगार बनकर तो कभी दोस्त बनकर ये ठग आपकी जिंदगीभर की कमाई को लूटने के लिए तैयार बैठे हैं.
दोस्ती, भरोसा और 85 लाख की ठगी
साल 2019 में कुल्लू के एक व्यापारी से 85 लाख की ठगी हुई और ठगों ने इसे अंजाम देने के लिए फेसबुक का सहारा लिया. एक महिला ने खुद को विदेशी बताकर कुल्लू के एक व्यवसायी से पहले तो फेसबुक पर दोस्ती की और फिर बिजनेस प्लान बताकर उसे मुनाफे का झांसा दिया. दरअसल महिला ने व्यवसायी को बताया की वो एक विशेष पेट्रोलियम पदार्थ खरीदना चाहती है लेकिन नियमों के मुताबिक विदेशी होने के नाते वो ऐसा नहीं कर सकती. इसके लिए उसे एक मध्यस्थ की जरूरत है. महिला ने ऑयल प्लांट लगाकर व्यवसायी को लालच दिया और उसे मध्यस्थ बनाने की पेशकश की. बकायदा सैंपल भेजकर व्यवसायी से कुछ पैसे अपने खाते में ट्रांसफर भी करवा लिए और फिर ठगों ने एक नाइजीरियन को व्यवसायी के इलाके का दौरान करने भी भेजा. इसके बाद जब व्यवसायी पूरी तरह से ठगों के जाल में फंस गया तो उसने तीन से चार किश्तों में 85 लाख रुपये ठगों के बताए हुए खाते में ट्रांसफर कर दिए.
व्यवसायी को जब तक ठगी का पता चला तब तक उसकी जिंदगीभर की कमाई लुट चुकी थी. पुलिस में शिकायत के बाद पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद मुंबई और राजस्थान से 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया और 7 लाख रुपये की नकदी भी बरामद की.
पुलिस की सलाह
इस मामले में कुल्लू एसपी गौरव सिंह कहते हैं कि आजकल साइबर क्राइम बहुत बढ़ गया है. जिससे बचने के लिए लोगों को जागरुक होना बहुत जरूरी है. साइबर क्राइम के तरीकों की जानकारी होने से ही लोग जागरुक और सावधान होंगे. कुल्लू के व्यापारी से 85 लाख की ठगी मामले के बाद एसपी गौरव सिंह सलाह देते हैं कि
- फेसबुक पर दोस्त बनाते वक्त सावधानी बरतें. खासकर दोस्त बनकर ठगने वालों से दूरी बनाकर रखें.
- फेसबुक या सोशल मीडिया के सहारे बिजनेस सेटअप, कस्टम ड्यूटी, ऑफर, डिस्काउंट के बदले ठगने वालों से भी बचें.