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चिचिम गांव में मनाया स्नो फेस्टिवल, बर्फ से बनी कलाकृतियां रही आकर्षण का केंद्र - राम लाल मारकंडा

लाहौल स्पीति में जारी स्नो फेस्टिवल के तहत किब्बर पंचायत के चिचिम गांव में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मंत्री डॉ. राम लाल मारकंडा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. डॉ. राम लाल मारकंडा ने कहा कि इस त्यौहार में पारम्परिक पद्वति को आगे लेकर जाना है.

Snow Festival Lahaul Spiti 2021
चिचिम गांव में मनाया स्नो फेस्टिवल

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Published : Feb 15, 2021, 9:50 PM IST

लाहौल स्पीति/कुल्लू:प्रदेश केजनजातीय जिला लाहौल स्पीति में जारी स्नो फेस्टिवल के तहत किब्बर पंचायत के चिचिम गांव में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर मंत्री डॉ. राम लाल मारकंडा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. आयोजित स्नो फेस्टिवल के दौरान स्थानीय कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया गया. कार्यक्रम में दा- छाडः भी मनाया गया.

स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि डॉ. राम लाल मारकंडा ने कहा कि स्नो फेस्टिवल को त्यौहारों का त्यौहार की तरह मनाया जा रहा है. इस त्यौहार में पारम्परिक पद्वति को आगे लेकर जाना है. दा- छाडः की शुरूआत यहां की गई है. पिछले कई सालों से दा- छाडः मनाया जा रहा है. हमारा उदेश्य अपनी संस्कृति को पर्यटन से जोड़ना है ताकि लोगों की आर्थिकी मजबूत हो सके. लोगों की आय में वृद्वि हो सके. हमें अपनी संस्कृति से दूर नहीं भागना है बल्कि इसका प्रचार प्रसार करके अपना रोजगार पैदा करना है.

स्नो फेस्टिवल में बर्फ से बनी कलाकृतियां रही आकर्षण का केंद्र

मंत्री मारंकडा ने की लोगों से ये अपील

लाहौल स्पीति में बड़ी धूमधाम से इस फेस्टिवल को मनाया जा रहा है. मेरा आप सभी से निवेदन है कि अपने घर पुरानी पद्वति को अपनाते हुए मिट्टी से बनाए जाए ताकि संस्कृति भी जीवित रहे. इस दौरान मुख्यातिथि ने घोषणा करते हुए महिला मंडल चिचिम को दस हजार रुपये की राशि दी. इसके अलावा चिचिम में बहुउद्देशीय भवन बनाया जाएगा. लादरचा मैदान के लिए पेयजल एंव सिंचाई बेनाक दोनम नाला से उपलब्ध करवाने के लिए संभावनाएं तलाशी जाएंगी.

लोक गीत और नृत्य की किए गए पेश

बर्फ से बनाई गई कई तरह की कलाकृतयां

स्नो फेस्टिवल में बर्फ से कई तरह की कलाकृतयां बनाई गई थी. इसमें मुख्यतौर पर बुद्ध प्रतिमा, रेड फोक्स, आईवेक्स, ब्लू शीप बनाए गए थे. इस स्नो फेस्टिवल में पांरम्परिक पत्थर के बर्तनों की प्रदर्शनी लगाई गई थी. इन बर्तनों का इस्तेमाल आज भी लोग करते आ रहे हैं. जौ से शराब पारम्परिक तरीके से किस तरह बनाई जाती है, इसके बारे में प्रर्दशनी में बताया गया.

चिचिम गांव में मनाया स्नो फेस्टिवल

स्नो फेस्टिवल के तहत चिचिम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई. इनमें छिंगफूद देवता के माध्यम से प्रस्तुति दी गई. तीरंदाजी प्रतियोगिता रही जोकि आकर्षण का केंद्र रही. इसके साथ ही टशी नृत्य महिलाओं द्वारा दिया गया. गाहर नृत्य पुरूषों के द्वारा पेश किया गया. शैला मूडुक चीक ला ला महिलाओं द्वारा प्रस्तुत किया गया.

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