कुल्लूःकुल्लू शहर के बीचों बीच ब्यास नदी पर दस करोड़ की लागत से बने भूतनाथ पुल की सुविधा जनता को नहीं मिल पा रही है. करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी पुल में दरारें आने के कारण भूतनाथ पुल पिछले दो सालों से यातायात के लिए बंद है. इस वजह से कुल्लू शहर सहित साथ लगते क्षेत्रों व जिला की अन्य जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ें-बजट सत्र के तीसरे दिन सदन में विपक्ष ने किया हंगामा
धीमी गति से चल रहा मरम्मत कार्य
फ्रांस की फ्रेशनेट मिनाट इंडिया इंटरनेशनल कंपनी आधुनिक तकनीक से इस पुल की मरम्मत कर रही है, लेकिन मरम्मत कार्य धीमी गति से होने के चलते दो सालों से पुल के यातायात के लिए बहाल होने का इंतजार कर रहे लोगों के सब्र का बांध अब टूटता जा रहा है. दस करोड़ की लागत से सरवरी स्थित ब्यास नदी पर बना भूतनाथ पुल बीचों बीच से झुक गया है और इसके नीचे दरारें आ गई हैं. अब 2 करोड़ 68 लाख रुपये खर्च कर इस पुल की मरम्मत करवाई जा रही है.
जैक से ऊपर उठाया गया है पुल
लोक निर्माण विभाग के अनुसार मरम्मत कार्य कर रही विदेशी कंपनी ने पुल को जैक से ऊपर उठाया है. इसके बाद अब दरारों को भरकर मरम्मत की जा रही है. दो साल से भूतनाथ पुल पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है. इससे कुल्लू शहर व खराहल घाटी सहित साथ लगते क्षेत्रों व मनाली क्षेत्र के लोगों को समस्या हो रही है. विभाग ने कंपनी को मार्च के अंत तक मरम्मत कार्य पूरा करने के लिए कहा है.
सीएम ने भी मार्च माह तक पुल बहाल करने के दिए हैं आदेश
जनवरी माह में कुल्लू दौरे पर आए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी यातयात की दृष्टि से महत्वपूर्ण इस पुल के बंद होने लोगों को पेश आ रही दिक्कतों के मद्देनजर विभाग को मार्च माह तक यातायात के लिए पुल बहाल करने के निर्देश दिए थे. साथ ही पुल निर्माण में गुणवत्ता से समझौता करने के दोषी ठेकेदार और इंजीनियर की जिम्मेदारी तय कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई करने के लिए कहा था. मुख्यमंत्री ने कहा था कि इस पुल के मरम्मत कार्य में कोई तकनीकी खामी नहीं रहनी चाहिए.
ये भी पढे़ंःवीरेंद्र कश्यप को बनाया गया बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष