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वरिष्ठ कांग्रेसी नेता धर्मवीर धामी का हृदय गति रुकने से निधन, जन्मदिन मनाने पीजीआई से आए थे घर - मंडी लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी

धर्मवारी धामी ने 23 नवंबर को अपने निवास स्थान पर अपना 70वां जन्मदिन मनाया और जन्मदिन के दो दिन बाद ही उनका निधन हो गया. धर्मवीर धामी को प्रदेश में धाकड़ और निडर नेता के नाम से पहचाना जाता रहा है. वे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खासमखास नेताओं में रहे, लेकिन बीच में कांग्रेस पार्टी को विदा भी कह दिया था.

धर्मवीर धामी का हृदय गति रुकने से निधन

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Published : Nov 25, 2019, 12:36 PM IST

कुल्लू: प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता धर्मवीर धामी का आकस्मिक निधन हो गया है. धर्मवीर धामी के निधन से जिला कुल्लू सहित पूरे प्रदेश में शोक की लहर है. उनका निधन उनके पैतृक गांव सेउबाग में हुआ.

बता दें कि धर्मवारी धामी ने 23 नवंबर को अपने निवास स्थान पर अपना 70वां जन्मदिन मनाया और जन्मदिन के दो दिन बाद ही उनका निधन हो गया. धर्मवीर धामी को प्रदेश में धाकड़ और निडर नेता के नाम से पहचाना जाता रहा है. वे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खासमखास नेताओं में रहे, लेकिन बीच में कांग्रेस पार्टी को विदा भी कह दिया था और एक बार आजाद उम्मीदवार व एक बार बहुजन समाज पार्टी से भी चुनाव लड़ा था.

मंडी लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी थे धर्मवीर धामी

इसके बाद भी धर्मवीर धामी वीरभद्र सिंह से कभी खफा नहीं हुए और पार्टी से बाहर रहकर भी उनके चुनावों में कंधा से कंधा मिलाकर चलते रहे. वर्तमान में वे कांग्रेस पार्टी प्रदेश महासचिव और मंडी लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी भी थे. इससे पहले वे वीरभद्र सरकार में पथ परिवहन निगम के निदेशक पद पर रहे और निगम में बेहतर कार्य किए थे.

पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज करा रहे थे धामी

वहीं, धर्मवीर धामी कांग्रेस पार्टी के कई अन्य ओहदों पर भी रहे. पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब थी और वे चंडीगढ़ पीजीआई में अपना इलाज कर रहे थे. दो दिन पहले ही वे अपना जन्मदिन मनाने पीजीआई से घर आए थे और जहां हृदय की गति रुकने से मौत हो गई.

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धर्मवीर धामी कभी किसी बात से डरते नहीं थे वे किसी भी मुद्दा पर बेबाक टिप्पणी करने वाले नेता थे. कुल्लू जिला में उनका राजनीतिक कद तो काफी ऊंचा था. वे काफी मिलनसार, स्पष्टवादी, आदर्शवादी और सबके दिलों में राज करने वाले नेता थे. उनके निधन से जिला मातम का माहौल छा गया है.

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