कुल्लू:जिला कुल्लू के भाजपा के कद्दावर नेता महेश्वर सिंह अपने राजनीतिक करियर में हमेशा सक्रिय रहे हैं, लेकिन हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 में उनका टिकट कटने के बाद वे सिर्फ प्रचार तक ही सीमित रह गए हैं. ऐसे में बंजार विधानसभा क्षेत्र से महेश्वर सिंह के छोटे बेटे हितेश्वर सिंह भी पार्टी से बाहर हो गए हैं और वे आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे हैं. (Himachal Assembly Election 2022) (Hiteshwar Singh Independent candidate from Banjar)
साल 2012 के समीकरण एक बार फिर से साल 2022 के विधानसभा चुनावों में बनते नजर आ रहे हैं. 2012 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी महेश्वर सिंह को कुल्लू से भाजपा के द्वारा टिकट दिया गया था, लेकिन बाद में उनका टिकट काट के सेवानिवृत्त शिक्षक नरोत्तम ठाकुर को दे दिया गया. इसका एक कारण यह माना जा रहा है कि भाजपा हाईकमान ने महेश्वर सिंह से साफ कहा था कि उन्हें कुल्लू से टिकट उसी सूरत में दिया जाएगा. जब बंजार से उनका बेटा हितेश्वर सिंह चुनावी रण छोड़ दे. (Royal family in politics in Kullu)
लेकिन हितेश्वर सिंह आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनावी रण में डट गया और उसे मनाने की भी काफी कोशिशें हुई. लेकिन सभी कोशिशें बेकार रही और इसका खामियाजा भाजपा के वरिष्ठ नेता महेश्वर सिंह को भुगतना पड़ा. ऐसे में अब राजघराने से हितेश्वर सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. क्योंकि विधानसभा का यह उनका पहला चुनाव है. अगर वह चुनाव को जीतने में कामयाब होते हैं, तो हितेश्वर सिंह का विधानसभा का सफर यहां से शुरू हो जाएगा. अगर हितेश्वर सिंह अपनी जीत सुनिश्चित नहीं कर पाए तो यह उनके राजनीतिक करियर के लिए बड़ा संकट होगा.