कुल्लू: रोहतांग सुरंग से लाहौल वासियों की आवाजाही अब हिम अवधाव एवं अनुसंधान संस्थान (सासे) की रिपोर्ट पर निर्भर रहेगी. सोमवार को सासे की टीम लाहौल की ओर रोहतांग सुरंग के नॉर्थ पोर्टल का दौरा करेगी और हालात का जायजा लेकर अपनी रिपोर्ट बीआरओ को देगी.
अभी एक महीना और बहाल नहीं होगा रोहतांग दर्रा रोहतांग सुरंग के नॉर्थ पोर्टल में गिर रहे हिमखंड को देखते हुए बीआरओ ने कार्य शुरू नहीं किया है. गौर हो कि इसी स्थान पर हिमखंड गिरने से पिछले साल बीआरओ का एक जवान दब गया था, जिसे घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद स्ट्रॉबेग व एफकॉन कंपनी की रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित बाहर निकला था. सासे टीम की रिपोर्ट आने के बाद ही बीआरओ रोहतांग सुरंग के नॉर्थ पोर्टल में बर्फ हटाने का कार्य शुरू करेगा. प्रदेश सरकार द्वारा हवाई सेवा सुचारू करने के बाद अभी भी मनाली व कुल्लू में सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं. यह लोग अब बीआरओ पर निर्भर हो गए हैं.
बता दें कि रोहतांग दर्रा अभी एक महीना बहाल नहीं हो सकता. ऐसे में इन लोगों की नजर रोहतांग सुरंग पर टिक गई है. लाहौल स्पीति प्रशासन ने मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्रचार कर रोहतांग सुरंग लोगों के लिए खुलवाने की बात कही है. लाहौल घाटी के अधिकतर मतदाता कुल्लू व मनाली में हैं. लाहौल घाटी के निवासी दोरजे व टशी ने बताया रोहतांग सुरंग से जाने की व्यवस्था हो जाती है तो सभी मतदाता मतदान कर सकेंगे. सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल उमाशंकर ने बताया लाहौल घाटी की सड़कों को प्राथमिकता में बहाल किया जा रहा है.
अभी एक महीना और बहाल नहीं होगा रोहतांग दर्रा रोहतांग सुरंग परियोजना के चीफ इंजीनियर ब्रिगेडियर चंद्र राणा ने बताया कि रोहतांग सुरंग का कार्य सर्दी भर सुचारू रूप से चलता रहा है, लेकिन नॉर्थ पोर्टल में एवलांच प्वाइंट होने से उस ओर काम प्रभावित रहा है. मार्च में हिमखंड गिरने से सुरंग का नॉर्थ पोर्टल पूरी तरह बंद हो गया था. हिमखण्ड गिरने से बर्फ सुरंग के अंदर तक आ गई थी. सोमवार को सासे की टीम सुरंग के नार्थ पोर्टल का दौरा करेगी और अपनी रिपोर्ट बीआरओ को देगी. रिपोर्ट सकारात्मक रही तो बीआरओ नार्थ पोर्टल में बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर देगा.