कुल्लू: उपायुक्त यूनुस ने बताया कि रोहतांग पर 15 से 20 फुट बर्फ है, जिसे काटने का कार्य सीमा सड़क संगठन द्वारा युद्ध स्तर पर जारी है. रोहतांग दर्रे को मई के पहले सप्ताह में ही खोलने के लक्ष्य को लेकर कार्य किया जा रहा है, लेकिन विपरीत मौसमी परिस्थितियों के चलते बहाली के कार्य में मुश्किलें आ रही हैं, जिससे बहाली में पांच से छह दिन की देरी हो सकती है.
रोहतांग दर्रा (फाइल फोटो). डीसी ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत भी रोहतांग को जल्द बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं और वो लगातार सीमा सड़क संगठन के संपर्क में रहकर बहाली की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं. सड़क बहाली का कार्य रानी नाला से आगे तक कर लिया गया है, लेकिन ताजा हिमपात के कारण मार्ग फिर से अवरूद्ध हो गया है.
उपायुक्त ने कहा कि सैलानियों सहित लाहौल, पांगी व कुल्लू के लोगों की सुविधा के लिए वाहनों को आगामी रविवार से मढ़ी तक ले जाने की अनुमति दे दी जाएगी. उन्होंने कहा कि मढ़ी के आस-पास और सड़क के किनारे 400 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था कर ली गई है. रविवार तक इसे डबल करने के प्रयास जारी हैं. उन्होंने कहा कि रविवार को पहले दिन केवल 600 वाहनों को ही मढ़ी तक अनुमति दी जाएगी. इस क्षेत्र में पार्किंग की अतिरिक्त व्यवस्था के लिए जिला पर्यटन विकास अधिकारी और लोक निर्माण विभाग को अतिरिक्त जेसीबी तैनात करने के आदेश दिए गए हैं.
15 मई से यातायात के लिए बहाल होगा रोहतांग दर्रा यूनुस ने कहा कि रोहतांग-मढ़ी जाने को परमिट प्राप्त करने के लिए वेबसाइट शनिवार से क्रियाशील कर दी जाएगी. यह वेबसाइट सुबह 10 बजे और शाम को 4 बजे खुलती है, लेकिन पहले दिन यह दोपहर बाद खुलेगी और पहले दिन 600 ही परमिट जारी किए जा सकेंगे. बाद में राष्ट्रीय हरित अधिकरण के दिशा-निर्देशानुसार दिन में कुल 1300 वाहनों के लिए परमिट जारी किए जाएंगे.
बता दें कि परमिट ऑनलाइन प्राप्त किए जा सकेंगे. इनमें 100 ऐसे परमिट होंगे जिन्हें कोई भी व्यक्ति अपने निजी वाहन के लिए प्राप्त कर सकता है. परमिट शुल्क पिछले साल की दरों पर यानि 550 रुपये रहेगा. उन्होंने कहा कि वाहनों की निगरानी और इन्हें व्यवस्थित करने के लिए गुलाबा में एक अस्थाई पोस्ट स्थापित की जा रही है. हालांकि वाहनों को रोहतांग-मढ़ी की ओर जाने के लिए समय सारणी भी तैयार कर ली गई है.