कुल्लू:जम्मू-कश्मीर और हिमाचल को आपस में जोड़ने वाले शिंकुला दर्रे पर अब जल्द ही टनल का निर्माण किया जाएगा. रक्षा मंत्रालय के द्वारा इस टनल निर्माण को मंजूरी दे दी गई है और यह टनल दुनिया की सबसे ऊंची टनल में शुमार होगी. ढालपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर खुशाल सिंह ठाकुर का कहना है कि इस टनल का निर्माण 16000 फीट की ऊंचाई पर होगा और टनल के बनने से पाकिस्तान व चीन की सीमा पर सेना जल्द पहुंचेगी.
उन्होंने बताया कि इससे पहले सेना को कारगिल जाने के लिए दारचा, नीमू होकर लेह जाना पड़ता था और उसके बाद लेह से कारगिल का सफर तय करना पड़ता था. अब शिंकुला दर्रे पर टनल के बाद 5 घंटे का सफर और कम हो जाएगा. उन्होंने कहा की टनल बनने के बाद 24 घंटे यहां से वाहनों की आवाजाही शुरू होगी. 4.1 किलोमीटर लंबी बनने वाली इस टनल पर 1700 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी. उन्होंने कहा कि तनल के बनने से जहां सेना को आसानी होगी इसके अलावा लाहौल से लेकर ले तक पर्यटन गतिविधियां भी पड़ेगी और स्थानीय ग्रामीणों का भी विकास होगा.