कुल्लू:देश के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में भी सैनिटाइजर की बिक्री में खासा इजाफा हुआ है. सरकारी दफ्तरों में हैंड सैनिटाइजर के लिए स्टैंड लगाए गए हैं. इसके अलावा शहरों और गांवों को सोडियम हाइपोक्लोराइट से सैनिटाइज करने की प्रक्रिया भी काफी तेजी से चली है. दोनों ही तरह के केमिकल की बिक्री भी बाजारों में खूब हुई. कोरोना का डर लोगों के दिलों में ऐसा बैठा कि लोग अब मोबाइल की तरह जेब में सैनिटाइजर की बोतल साथ ले जाना नहीं भूलते. स्वास्थ्य विभाग की ओर से सैनिटाइजर की गुणवत्ता जांचने के लिए क्या-कुछ किया जा रहा है, यह जानने के लिए ईटीवी भारत ने ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की है.
नियमित रूप से केमिकल सैंपल की जांच
हैंड सैनिटाइजर और सोडियम हाइपोक्लोराइट की मांग को देखते हुए कंपनी के द्वारा इनका उत्पादन भी काफी मात्रा में किया गया. कुछ जगहों पर मुनाफा कमाने के चक्कर में कुछ लोगों के द्वारा नकली हैंड सैनिटाइजर स्प्रे भी तैयार कर बाजारों में बेचे गए. नकली हैंड सैनिटाइजर का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अपनी निगरानी बाजारों में रखनी शुरू कर दी है. कुल्लू की अगर बात करें तो यहां फिलहाल नकली हैंड सेनेटाइजर या फिर सोडियम हाइपोक्लोराइट का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन फिर भी स्वास्थ्य विभाग लगातार बाजारों से सैनिटाइजर, सोडियम हाइपोक्लोराइट के सैंपल भर रहा है और उसे जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है.
बिना जानकारी के केमिकल का स्प्रे न करें