कुल्लू: केंद्र सरकार की अनुमति के बाद देश की कई राज्य सरकारों ने स्कूलों को खोलने का फैसला लिया है. हिमाचल की जयराम सरकार ने भी स्कूलों को खोलने को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है, स्कूल प्रबंधन भी तैयारियों में जुट गए हैं, लेकिन बच्चों को स्कूल भेजने के बारे में अभिभावक अभी भी पशोपेश में है. सरकार के इस फैसले को लोगों का साथ नहीं मिल रहा है. हिमाचल में बढ़ते हुए कोरोना के मामले लोगों के दिमाग में सरकार के इस फैसले को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं.
कुल्लू जिला के लोगों से जब इस बारे में बात की गई तो, उन्होंने मौजूदा हालात को देखते हुए कहा कि इस समय सरकार की ओर से स्कूलों को खोलने का लिया गया फैसला बिल्कुल भी सही नहीं है. बच्चों के परिजनों ने माना कि कोरोना महामारी के चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित जरूर हुई है, लेकिन फिलहाल जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं बन जाती या कोई पुख्ता इंतजाम सरकार की ओर से नहीं किए जाते हैं, तब बच्चों को स्कूल नहीं भेज जाना चाहिए.
वहीं, सरकार के स्कूलों के इस फैसले पर बुजुर्गों ने भी अपनी राय रखी. क्षेत्र के एक बुजुर्ग ने केंद्र और प्रदेश सरकार को आड़े हाथों में लेते हुए कहा कि सरकार अपनी जिम्मेवारी से बच रही है. अगर सरकार के पास पूरी सुविधाएं नहीं तो, सरकार को स्कूल खोलने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए.