कुल्लू: मनाली-लेह मार्ग पर सफर करने वाले अब जरा सावधान हो जाएं. इस मार्ग पर राहगीरों के लिए सफर जोखिम भरा हो सकता है. आज तक लेह-लद्दाख सीमा के सरचू पर सैलानियों व लेहवासियों का सहारा बनी पुलिस पोस्ट को मौसम की परिस्थिति को देखते हुए लाहौल-स्पीति पुलिस ने हटाने का निर्णय लिया है, ऐसे में 476 किलोमीटर लंबे सफर में अब जान जोखिम में पड़ सकती है.
देश-दुनिया के पर्यटकों को रोमांचक सफर का अनुभव करवाने वाला सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मनाली-लेह मार्ग पर सफर न करने को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से आग्रह किया गया है. सफर में मदद का अब कोई भी प्रावधान नहीं होगा.
लाहौल-स्पीति पुलिस ने सरचू में अपनी अस्थायी चौकी को हटा लिया है, जबकि बीआरओ ने अभी मनाली-सरचू मार्ग पर सड़क व पुल निर्माण का कार्य जारी रखा है. जांस्कर घाटी के लोगों का वाया शिंकुला जोत होते हुए आना-जाना लगा हुआ है. पहले इन लोगों को कारगिल व लेह होते हुए हिमाचल आना पड़ता था, लेकिन अब जांस्कर से सीधे हिमाचल आने को सुविधा मिलने से करीब 400 किलोमीटर सफर कम हो गया है.
गत वर्ष 22 सितम्बर को भी अचानक बर्फबारी होने से हजारों पर्यटक बारालाचा के आर-पार फंस गए थे, लेकिन इस साल भी सैलानी या राहगीर एहतियात नहीं बरतते है तो चौकी हट जाने से उनकी दिक्कत दोगुना बढ़ सकती है. हालांकि पटसेउ में सासे के अनुसंधान केंद्र तक राहगीर को सहारा अभी भी मिल रहा है, लेकिन पटसेउ से लेह तक किसी भी प्रकार की मदद मिलने की संभावना नहीं है. लाहौल-स्पीति के डीसी केके सरोच ने बताया कि पिछले साल सितम्बर में हुई बर्फबारी को देखते हुए प्रशासन ने यह निर्णय लिया है.
एसपी लाहौल-स्पीति ने बताया कि दारचा में अस्थायी चौकी स्थापित रहेगी, जबकि सरचू में लगाई अस्थायी चौकी को हटा लिया गया है. बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि मनाली-लेह मार्ग पर अभी सड़क मुरम्मत सहित आधा दर्जन बड़े व छोटे पुलों का निर्माण कार्य जारी है.