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रायसेन टोल प्लाजा को लेकर NHAI और स्थानीय लोगों ने की बैठक, DC कुल्लू ने कही ये बात - एसडीएम कुल्लू और एनएचएआई

रायसेन टोल प्लाजा के विरोध को लेकर वीरवार को मनाली के दर्जनों लोगों ने एसडीएम कुल्लू और एनएचएआई के अधिकारियों के साथ बैठक की.

protest over toll plaza in kullu
रायसेन टोल प्लाजा का विरोध

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Published : Jan 17, 2020, 10:12 AM IST

कुल्लूः कुल्लू-मनाली सड़क मार्ग पर रायसेन के पास एनएचएआई के लगाए टोल प्लाजा का विरोध कम नहीं हो रहा है. मनाली विधानसभा क्षेत्र की कई पंचायतें टोल प्लाजा लगने का विरोध कर रही हैं. इस विरोध को लेकर वीरवार को मनाली के दर्जनों लोगों ने एसडीएम कुल्लू और एनएचएआई के अधिकारियों के साथ बैठक की.

मनाली से आए दर्जनों लोग एसडीएम कुल्लू के कार्यालय पहुंचे और टोल प्लाजा के बारे में आपत्तियां भी दर्ज की. इस टोल प्लाजा के आसपास बहुत से ऐसी पंचायतें हैं, जहां से उनका रोजाना दिन में कई बार गुजारना होता है. वहीं, यह सड़क कुल्लू से मनाली तक टूलेन बनी हुई है. जिस पर लोगों का कहना है कि नियमों के अनुसार इतना टोल टैक्स लेना भी उचित नहीं है. इससे पहले भी टोल प्लाजा को यहां से हटाने के लिए प्रशासन को अवगत करवाया जा चुका है.

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रायसेन का यह टोल प्लाजा फोरलेन सड़क पर लगाया जाना चाहिए क्योंकि मनाली में पहले से ही 2 टैक्स बैरियर स्थापित हैं. एसे में कुल्लू से मनाली के बीच टोल प्लाजा भी स्थापित होता है, तो 35 किलोमीटर की सड़क पर 3 टैक्स बैरियर स्थापित होंगे जाएंगे. जिससे यहां लोगों की परेशानियां कम होने की बजाए और बढ़ जाएंगी.

एसडीएम कुल्लू अनुराग चंद्र शर्मा ने बताया कि वीरवार को एनएचएआई के अधिकारियों और मनाली के आस पास की कुछ पंचायतों के लोगों के साथ टोल प्लाजा को लेकर चर्चा की गई. इस दौरान उपायुक्त कुल्लू ने भी पुरे मामले को लेकर जल्द ही इस मिल जुलकर हल निकालने की बात कही.

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स्थानीय निवासी महेंद्र ठाकुर ने बताया कि नेशनल हाईवे के प्रोजेक्ट डायरेक्टर और स्थानीय लोगों की प्रशासन के साथ बैठक का आयोजन किया गया. लोगों की मांग थी कि जिला कुल्लू और लाहौल के लोगों को टोल टैक्स से मुक्त रखा जाए, लेकिन इस बैठक में कोई भी फैसला नहीं हो पाया

वहीं, शुक्रवार को शिमला में एनएचएआई के अधिकारियों और मुख्यमंत्री की बैठक भी है. स्थानीय लोगों ने 1 हफ्ते का समय दिया है. 1 हफ्ते के अंदर टोल को लेकर किसी तरह का निर्णय नहीं किया गया तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने से भी गुरेज नहीं किया जाएगा.

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