तंदूर से झुलसे बच्चे की PGI में हुई मौत, 4 साल की बच्ची का चल रहा इलाज
डेढ़ साल का हरीश जिंदगी की जंग हार गया. आग से मिले जख्मों को डेढ़ साल का यह बच्चा नहीं सह पाया. हरीश के पिता घनश्याम ने कहा कि बड़ी बेटी का अभी उपचार पीजीआई में चल रहा है. शव को पीजीआई से गांव टलिंगा लाया गया है. घटना के बाद बच्चे के परिजन गहरे सदमे में हैं.
कुल्लू: उपमंडल बंजार की ग्राम पंचायत नोहांड़ा के गांव टलिंगा में 13 मार्च को तंदूर से भड़की आग की चपेट में आए डेढ़ साल के बच्चे की पीजीआई चंडीगढ़ में मौत हो गई है.
तंदूर से भड़की आग में दो बच्चे चपेट में आ गए थे. मकान में लगी आग के कारण ये दोनों काफी झुलस गए थे. इसके बाद दोनों को बंजार अस्पताल लाया गया. जहां से उन्हें क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू रेफर कर दिया गया. डॉक्टरों ने दोनों की हालत को देखते हुए डेढ़ साल के हरीश व चार साल की डिपंल को कुल्लू अस्पताल से पीजीआई रेफर कर दिया था.
डेढ़ साल का हरीश जिंदगी की जंग हार गया. आग से मिले जख्मों को डेढ़ साल का यह बच्चा नहीं सह पाया. हरीश के पिता घनश्याम ने कहा कि बड़ी बेटी का अभी उपचार पीजीआई में चल रहा है. शव को पीजीआई से गांव टलिंगा लाया गया है. घटना के बाद बच्चे के परिजन गहरे सदमे में हैं.
गौर रहे कि 13 मार्च को बंजार उपमंडल की नोहांड़ा पंचायत के गांव टलिंगा में घनश्याम सिंह पुत्र अमर चंद अपने खेत में काम करने गए थे. घर पर उनके दोनों बच्चे ही थे. अचानक तंदूर से भड़की आग ने बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया. मकान का एक हिस्सा भी जलकर राख हो गया. काफी देर के बाद लोगों ने आग पर काबू पाया और बच्चों को भी आग से बाहर निकालने में कामयाब हुए. लेकिन, तब तक बच्चे काफी झुलस गए थे. टलिंगा गांव में बच्चे की मौत के बाद मातम का माहौल है.