कुल्लू: साल में करीब चार महीने सुचारू रहने वाले एचआरटीसी के देश के सबसे लंबे बस रूट दिल्ली-केलांग-लेह बस सेवा लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज है. ये रूट बर्फबारी के दौरान बंद रहता है.
सैलानियों की सुविधा के लिए एचआरटीसी केलांग डिपो ने इस बस सेवा की शुरुआत वर्ष 2008 में की थी. बता दें कि दिल्ली से लेह तक चलने वाली इस बस सेवा का नाम लिम्का बुक आफ रिकार्ड्स में दर्ज है. 1072 किलोमीटर लंबे इस सफर के लिए सैलानियों को महज 1400 रुपये खर्च आ रहा था. इस सफर को पूरा करने में 36 घंटों का समय लग रहा था. देश के अन्य हिस्सों से लेह-लद्दाख जाने वाले सैलानियों के लिए एचआरटीसी ने बड़ी राहत दी थी. ऊंची चोटियों पर हो रही बर्फबारी को देखते हुए एचआरटीसी ने अपनी सेवाएं बंद कर दी है. बारालाचा दर्रे में बर्फबारी का क्रम भी शुरू हो गया है जिसके चलते अब मनाली-लेह मार्ग राहगीरों के लिए जोखिम भरा हो गया है.
1399 रुपये है एक तरफ का किराया
दिल्ली से लेह वाया रोड 1074 किलोमीटर है. एचआरटीसी ने इसके लिए 1399 रुपये किराया निर्धारित किया है. दिल्ली से लेह तक पहुंचने में कुल 36 घंटे लगते हैं, लेकिन समय अवधि बढ़ भी सकती है. सफर के दौरान 3 ड्राइवर और 2 कंडक्टर बदले जाते हैं. दिल्ली के बाद सुंदरनगर और फिर केलांग में ड्राइवर बदलते हैं. केलांग में बस रात भर रुकने के बाद अगले दिन सुबह रवाना होती है.