कुल्लू:हिमाचल में सेब के बागवान को अब अपनी फसल के कलर व साइज को लेकर ग्रेडिंग करने के लिए मेहनत नहीं करनी पड़ेगी. दरअसल सेब के कलर व साइज को लेकर अब बागवानी का ये काम मशीन के द्वारा किया जाएगा और मशीन ही एक बराबर सेब की ग्रेडिंग करेगी. जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में उद्यान विभाग के द्वारा इस ग्रेडिंग मशीन की प्रदर्शनी लगाई गई. जिसमें बागबानों को मशीन की कार्यप्रणाली के बारे में अवगत करवाया गया. (Apple grading and packing machine in kullu) (Marsh Harrier Made in India)
इस मशीन का निर्माण मार्श हैरियर मेड इन इंडिया कंपनी के द्वारा किया गया है और गुजरात की इस कंपनी ने बहुत ही कम लागत में कलर सेंसर वाली मशीन तैयार की है जो कि सेब के कलर और साइज के हिसाब से ग्रेडिंग कर सकती है. इस मशीन में 600 पेटी एक दिन में पैक की जा सकती है और कंपनी भी बागवान को 50% सब्सिडी लेने में मदद करेगी. मार्श हैरियर मेड इन इंडिया के अधिकारी नितिन गुप्ता ने कहा कि ये मशीन सेब को कलर और साइज दोनों के मुताबिक ग्रेड करके देती है. जिससे कि ग्रोअर को जमीन पर ढेरी नहीं लगानी पड़ती.