कुल्लू: जिला कुल्लू में आपदा प्रभावितों में राशि आवंटन को लेकर गड़बड़ी का मामला सामने आया है. मणिकर्ण घाटी में आपदा प्रभावित की राशि बांटने में गड़बड़ी करने के आरोप पर मणिकर्ण पटवार सर्कल के पटवारी को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं, जिला प्रशासन द्वारा मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है. डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने मणिकर्ण दौरे के बाद इस जांच के आदेश दिए थे. जिसमें पटवारी की ओर से काफी अनियमितताएं पाई गई. ऐसे में डीसी आशुतोष गर्ग द्वारा इस जांच का जिम्मा मणिकर्ण सर्कल के तहसीलदार रिकवरी को सौंपा गया है.
मिली जानकारी के अनुसार डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग को शिकायत मिली थी कि प्राकृतिक आपदा के बाद मणिकर्ण घाटी में पटवारी ने कई लोगों को मुआवजा दिलाने के लिए गलत रिपोर्ट बनाई है. पटवारी द्वारा कहीं खोखो को भवन दर्शाया गया और कई जगह पर अवैध भवनों को भी जायज दर्शाया गया. ऐसे में सरकारी भूमि पर अवैध तरीके से जो भवन खड़े हुए थे, उन्हें भी पटवारी द्वारा लाभ पहुंचाया गया. जिसके चलते कुछ प्रभावितों ने इसकी शिकायत डीसी से की थी.
मणिकर्ण में आपदा राहत राशी बांटने में फर्जिवाड़ा वहीं, लोगों ने बताया कि कई ऐसे लोग हैं, जिनके खाते में इस फर्जीवाड़े की वजह से मुआवजे की राशि आ चुकी है और जिन लोगों को मुआवजा मिलना था, उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिल पाया है. जानकारी के अनुसार आपदा प्रभावितों को सरकार द्वारा एक लाख और पूरा मकान क्षतिग्रस्त होने पर 7 लाख रुपए दिए जाने थे. पटवारी ने अपनी रिपोर्ट में कई लोगों के अवैध भवन को जायज ठहराया और उन्हें 7 लाख रुपए की राशि मिली. जबकि उन्हें मात्र एक लाख रुपए मिलना था. डीसी कुल्लू द्वारा इस मामले की जांच करवाई गई जिसमें पटवारी को दोषी पाया गया. जिसके चलते अब पटवारी को सस्पेंड कर दिया गया है.
जिला राजस्व अधिकारी गणेश ठाकुर ने बताया कि मुआवजे को लेकर बढ़ती गई अनियमितताओं के लिए पटवारी को सस्पेंड किया गया है. वहीं, जांच का जिम्मा तहसीलदार रिकवरी को सौंपा गया है. अब नई रिपोर्ट तैयार की जाएगी और उसके बाद प्रशासन द्वारा आगामी कदम उठाया जाएगा.
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