कुल्लू:हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बरसात के मौसम की पहली बारिश और बाढ़ से कृषि विभाग सहित किसानों की परेशानी को बढ़ा दिया है. भारी बारिश के कारण किसानों की लगभग 3500 हेक्टेयर भूमि नष्ट हो गई है. बरसात और बाढ़ के कारण कृषि विभाग को 90 करोड़ का नुकसान हुआ है. दरअसल, नौ जुलाई को हुई बरसात की पहली इस बारिश और बाढ़ ने जहां लोगों को कई समस्याओं का सामना करने के लिए मजबूर कर दिया है तो वहीं, इसका खामियाजा कृषि विभाग को भी भुगतना पड़ा है. भारी बारिश में भूस्खलन होने और बाढ़ आने से किसानों की लगभग 3500 हेक्टेयर भूमि को नष्ट कर दिया है. 2999 हेक्टेयर उपजाऊ भूमि पर उगाई गई नगदी फसल नष्ट हो गई है जबकि 501 हेक्टेयर बंजर भूमि भी बाढ़ की चपेट में आ गई है.
कृषि विभाग को लगभग 74 करोड़ से ज्यादा का नुकसान:दरअसल, किसानों को भारी आर्थिकी का सामना करना पड़ रहा है. इसमें किसानों की नगदी फसल मक्की, धान, मोटा अनाज, दालें, सब्जियां, आलू सहित अन्य फसलें तबाह हो गई है. जिले में नगदी फसलों में कृषि विभाग को लगभग 74 करोड़ से ज्यादा का नुकसान झेलना पड़ रहा है. बाढ़ और भूस्खलन के कारण सबसे ज्यादा नुकसान कृषि विभाग को कुल्लू ब्लाक में हुआ है. यहां पर विभाग को 32 करोड़ का नुकसान हुआ है. इसमें 1110 हेक्टेयर उपजाऊ भूमि नष्ट हुई है. जिसमें 27 करोड़ की नगदी फसल तबाह हो गई है. जबकि पांच करोड़ की बंजर भूमि पर को नुकसान हुआ है.