लाहौल स्पीति: घाटी में बारिश-बर्फबारी का दौर थमने के बाद किसानों ने अपने-अपने खेतों का रुख करना शुरू कर दिया है. लाहौल में मटर, आलू की बिजाई में किसान जुट गए हैं. लाहौल के आलू बीज की मांग पूरे देशभर में रहती है, लेकिन इस साल लाहौल घाटी के किसानों को आलू का बीज खेतों में बिजाई के लिए नहीं मिल पा रहा है.
कृषि विभाग को भी अभी तक 278 क्विंटल आलू का बीज ही मिल पाया है, जिसके चलते घाटी के किसानों की चिंता भी बढ़ गई है. हालांकि हर साल लाहौल में किसानों को 1000 क्विंटल आलू के बीज की आवश्यकता होती है. लाहौल घाटी में ज्योति और चंद्रमुखी के अलावा संताना आलू की बिजाई जोरों पर चल रही है. किसान लगातार एलपीएस से आलू के बीज के लिए संपर्क साध रहे हैं. लाहौल के किसानों को आलू का ब्रीडर सीड कृषि विभाग और एलपीएस उपलब्ध करवाता आया है, लेकिन पिछले कुछ सालों से किसानों को मांग के मुताबिक ब्रीडर सीड उपलब्ध नहीं हो रहा है.