कुल्लू:उपमंडल बंजार की तीर्थन घाटी में आज भी कई गांव सड़क सुविधा के अभाव से जूझ रहे हैं. इसका खामियाजा ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली जनता को भुगतना पड़ रहा है. अगर गांव में कोई बीमार हो जाए तो ग्रामीणों के पास पालकी ही एकमात्र सहारा बचता है. ग्रामीण पालकी में मरीज को बैठाकर, उसे कई किलोमीटर पैदल चलकर मुख्य सड़क तक पहुंचाते हैं.
तीर्थन घाटी में सड़क सुविधा नहीं
तीर्थन घाटी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें एक महिला मरीज को ग्रामीणों द्वारा पालकी में बैठाकर मुख्य सड़क तक ले जाया जा रहा है. तीर्थन घाटी की ग्राम पंचायत पेखड़ी के नाहीं गांव की इस महिला का बीते दिनों ही आईजीएमसी शिमला में ऑपरेशन किया गया था. ऑपरेशन के चलते महिला चलने-फिरने में असमर्थ हैं.
पालकी के सहारे मरीज का सफर