कुल्लू: हिमाचल प्रदेश सरकार के द्वारा हर विधानसभा में एक हेलीपोर्ट बनाने का प्रस्ताव रखा गया है. जिसके चलते जिला कुल्लू में भी कुल्लू विधानसभा व मनाली विधानसभा में हेलीपोर्ट बनाने का प्रस्ताव रखा गया था. ऐसे में अब मनाली के आलू ग्राउंड में ही हेलीपोर्ट बनाया जाएगा, क्योंकि कुल्लू विधानसभा के पिरडी में हेलीपोर्ट बनाने का कार्य फिलहाल ड्रॉप कर दिया गया है. बता दें की पिरडी में हेलीपोर्ट बनाने के लिए अब एफसीए केस में ऑब्जेक्शन लग गया है. जिसके चलते पर्यटन विभाग के द्वारा इसे ड्रॉप कर दिया गया है.
ऑब्जेक्शन लगने के बाद अब पिरडी हेलीपोर्ट ड्रॉप: कुल्लू विधानसभा के विधायक व सीपीएस सुंदर ठाकुर के द्वारा इस हेलीपोर्ट को बनाने के लिए विभागीय अधिकारियों से कार्रवाई भी करवाई गई थी और यहां पर वन विभाग के द्वारा पूरी फाइल तैयार कर उसे फॉरेस्ट क्लीयंस के लिए अपलोड भी किया गया था. लेकिन एफसीए केस पर मिनिस्ट्री ऑफ एनवायरमेंट फॉरेस्ट एंड क्लाइमेट चेंज इंटीग्रेटेड रीजनल कार्यालय शिमला की ओर से 24 ऑब्जेक्शन लगाए गए हैं. जिसके चलते यहां पर हेलीपोर्ट नहीं बन पाएगा. अब पर्यटन विभाग के द्वारा मनाली के साथ लगते आलू ग्राउंड में हेलीपोर्ट बनाने की तैयारियां शुरू की जा रही हैं.
बिजली महादेव रोपवे बना अड़चन: पर्यटन विभाग द्वारा मोहल के साथ लगते पिरडी में हेलीपोर्ट बनाने के लिए वन भूमि का चयन किया गया था और यहां पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने मिलकर सभी दस्तावेजों को भी तैयार किया था. उसके बाद प्रशासन के साथ मिलकर जिला पर्यटन विभाग ने इस प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए एफसीए केस अपलोड किया था, लेकिन दोनों बार इस केस पर ऑब्जेक्शन लग गए. पिरडी में जहां पर हेलीपोर्ट की स्थापना होनी है. वहीं, पर ही बिजली महादेव रोपवे का कार्य भी प्रस्तावित है. जिसके चलते यह कहा जा रहा है कि यहां पर हेलीपोर्ट का निर्माण करना सुरक्षित नहीं है.