कुल्लू:कुल्लू जिले में अब ट्रैकिंग या साहसिक गतिविधियों के (Adventure sports in kullu) दौरान किसी को भी चोट आने पर उसे मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया जाएगा. पर्यटकों के साथ मौजूद साहसिक गतिविधियों से जुड़े हुए टूर ऑपरेटर उन्हें मौके पर ही प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराएंगे. ताकि किसी भी पर्यटक के साथ कोई दुर्घटना पेश न आ सके. कुल्लू स्वास्थ्य विभाग (Kullu Health Department) द्वारा अब इस दिशा में कदम उठाया गया है.
कुल्लू के साहसिक पर्यटन क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा प्राथमिक उपचार के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. वहीं, आने वाले दिनों में इस तरह के शिविरों का आयोजन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जिला भर में किया जाएगा. इस शिविर का मुख्य उद्देश्य यह है कि अगर कोई ट्रैकिंग करते हुए पर्यटक पहाड़ियों पर फिसल कर दुर्घटना का शिकार हो जाता है या पर ऑक्सीजन की कमी से उसे दिल का दौरा पड़ता है, तो उसे मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया जा सके. ताकि वह किसी भी दुर्घटना का शिकार ना हो सके.
कुल्लू में पर्यटकों की मदद करेंगे कारोबारी. साहसिक पर्यटन कारोबार से जुड़े हुए लोगों के लिए बुधवार को क्षेत्रीय अस्पताल में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर (Health Department training camp in kullu) का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में सीएमओ कुल्लू डॉक्टर सुशील चंद्र विशेष रूप से मौजूद रहे. वहीं, अस्पताल के डॉक्टर सत्य व्रत वैद्य ने कारोबारियों को प्राथमिक उपचार और सीपीआर के बारे में जानकारी दी. इस दौरान डॉ. सत्यव्रत वैद्य ने बताया कि कुल्लू की पहाड़ियां देश-विदेश के सैलानियों को अपनी और आकर्षित करती है. ऐसे में कई बार पहाड़ों पर पर्यटक दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं.
इसके लिए सभी पर्यटन कारोबारियों को सीपीआर और प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ताकि मौके पर ही पर्यटकों को प्राथमिक उपचार मिल सके. वहीं, कुल्लू साहसिक पर्यटन कारोबार संघ के अध्यक्ष रमेश कुमार ने कहा कि कुल्लू के पहाड़ों में कई बार ऐसी परिस्थितियां पेश आती है, जहां मौके पर ही पर्यटकों को उपचार नहीं मिल पाता और पर्यटक दम तोड़ देते हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जो प्रशिक्षण दिया जा रहा है. उससे पर्यटकों के उपचार करने में लोगों को काफी मदद मिलेगी.