कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के द्वारा हिम गंगा योजना के माध्यम से पशुपालकों से ₹80 से लेकर ₹100 प्रति किलो तक दूध की खरीद की जानी थी. ऐसे में सरकार ने शराब की बोतल पर भी मिल्क सेस लगाया था. ताकि पशुपालकों को उस सेस के माध्यम से दूध का उचित दाम दिया जा सके, लेकिन एक साल बीतने के बाद भी सरकार की घोषणा पूरी नहीं हो पाई है. जबकि सरकार द्वारा अप्रैल 2023 से शराब की बोतल पर मिल्क सेस के नाम पर ₹10 प्रति बोतल के हिसाब से लिया जा रहा है.
हिमाचल प्रदेश की अगर बात करें तो अब तक प्रदेश के 12 जिलों से 50 करोड़ रुपए से अधिक सेस वसूला गया है. वहीं, जिला कुल्लू में भी अप्रैल से लेकर अब तक मिल्क सेस के नाम पर 5 करोड़ 50 लाख रुपए एकत्र किए गए हैं. सरकार की ओर से अभी तक हिम गंगा योजना के नाम पर यह राजस्व लिया गया है, लेकिन हिम गंगा योजना अभी तक धरातल पर नहीं उत्तर पाई है.
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने किसानों से ₹80 से लेकर ₹100 प्रति किलो दूध खरीदने के गारंटी दी है. यह दूध सरकार द्वारा हर ब्लॉक से किसानों और पशुपालकों का पंजीकरण करने के बाद खरीदा जाना था. ऐसे में सरकार को नुकसान ना उठाना पड़े और पशुपालकों को भी यह दाम मिल सके, इसके लिए सरकार ने शराब की एक बोतल पर ₹10 मिल्क सेस लगाया गया है, लेकिन अभी तक किसानों का पंजीकरण का कार्य भी शुरू नहीं हो पाया है.