कुल्लू:लंबे इंतजार के बाद आखिर देश का सबसे ऊंचा दिल्ली-लेह मार्ग एकतरफा फोर बाई फोर वाहनों के लिए बहाल हो गया है. बीआरओ के जवानों की 6 महीने और 8 दिन की मशक्कत के बाद यह संभव हो पाया है. अब सुंदर प्राकृतिक नजारों के दर्शन दुनिया भर के लोग कर पाएंगे. हालांकि, आज सिर्फ एक तरफा फोर बाई फोर वाहनों के लिए यह मार्ग बहाल किया गया है, लेकिन 3-4 दिन के अंदर यह मार्ग आम वाहनों के लिए बहाल किया जाएगा. यही नहीं 1 सप्ताह के अंदर एचआरटीसी की सबसे लंबे रूट यानी दिल्ली-लेह बस सेवा बहाल होने की भी उम्मीद है.
पहला काफिला लेह के लिए रवाना: मार्ग बहाल होते ही पहला काफिला लेह के लिए रवाना हुआ. वहीं ,लाहौल- स्पीति प्रशासन ने 427 किलोमीटर लंबे मनाली-लेह मार्ग पर सफर को लेकर एडवाइजरी भी जारी की, जिसमें कहा गया है कि फोर बाई फोर वाहनों के लिए मार्ग बहाल हो गया है. गौरतलब है कि नवंबर में बर्फबारी के बाद से ये हाइवे केलांग से आगे बारालाचा, शिंकुला और टांगलांगला दर्रे तक पूरी तरह से बंद था.
इस समय होगी अनुमति:बारालाचा जिंग-जिंग बार से बर्फ हटाकर सड़क साफ कर दी गई. फोर बाई फोर गाड़ियां ही सड़क पर सफर करेंगी, लेकिन टायरों पर चेन लगाना अनिवार्य होगी. सुबह 8.00 बजे से 11.00 बजे के बीच जाने की अनुमति होगी. दारचा- शिंकुला मार्ग पर सुबह 7.00 बजे से 10.30 बजे के बीच जाने की अनुमति रहेगी.
फिलहाल स्थानीय लोग ही कर पाएंगे सफर:सोमवार देर शाम को सीमा सड़क संगठन ने लाहौल-स्पीति प्रशासन को मार्ग बहाल होने की सूचना दी. प्रशासन ने आज यानी 16 मई से लाहौल के पटसेउ से आगे लेह तक फोर बाई फोर और चेन वाले वाहनों को जाने की अनुमति दी है. शुरुआती दौर में जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों को अनुमति दी है, जबकि पर्यटकों को अभी कुछ दिन तक इंतजार करना होगा. 6 महीने 8 दिन बाद मनाली-लेह मार्ग के पटसेउ से आगे जाने के लिए स्थानीय लोगों को राहत मिली है.
लाहौल-स्पीति प्रशासन की एडवाइजरी:एसपी लाहौल स्पीति मयंक चौधरी ने बताया कि मनाली लेह राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-003) में स्थानीय 4*4 (लद्दाख और लाहौल और स्पीति) वाहनों को जंजीरों के साथ एकतरफा यातायात के लिए दारचा से सरचू सुबह 8.00 बजे से 11.00 बजे के बीच जाने की अनुमति है. दारचा -शिंकुला मार्ग में स्थानीय 4*4 वाहनों को जंजीरों के साथ हाई ग्राउंड क्लीयरेंस (अनिवार्य) होगा. दारचा से शिंकुला एकतरफा यातायात के लिए सुबह 7.00 बजे से 10.30 बजे के बीच जाने की अनुमति होगी.
ये भी पढ़ें:Rohtang Pass के दीदार के लिए हो जाइए तैयार, स्वर्ग से कम नहीं यहां का सौंदर्य, जानें यात्रा की पूरी डिटेल्स