कुल्लू: जिला कुल्लू में बुधवार दोपहर जमकर बारिश हुई साथ ही बंजार घाटी में बारिश के साथ जमकर ओले भी गिरे. बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के कारण एक बार फिर से किसानों व बागवानों को नुकसान उठाना पड़ा.
ओलावृष्टि के कारण बगीचों में तैयार प्लम, खुमानी की फसल झड़ कर गिर गई तो वहीं, गेंहू, जौ, लहसुन व मटर की फसल भी क्षतिग्रस्त हो गई है. इससे पहले भी अप्रैल माह में ओलावृष्टि के कारण जिला कुल्लू में सेब की फसल को 22 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ था.
बार-बार हो रही ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान
ऐसे में बार-बार आसमान से गिर रहे ओलों के कारण फसलों के नुकसान का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. बंजार की तीर्थंन घाटी के किसान हरीश, योगराज, महेंद्र का कहना है कि इन दिनों बगीचों में जहां प्लम व खुमानी की फसल तैयार है तो कुछ दिनों में लहसुन व गेंहू भी कटाई के लिए तैयार है, लेकिन बार-बार हो रही ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंच रहा है.
किसानों को राहत दी जाए
ऐसे में पहले भी किसानों व बागवानों ने प्रदेश सरकार से मांग रखी है कि जल्द से जल्द नुकसान का आंकलन विभाग के अधिकारियों से करवाया जाए और किसानों को राहत दी जाए. वहीं, डीसी कुल्लू डॉ. ऋचा वर्मा का कहना है कि ओलावृष्टि से हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार करने के बारे में विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी किए जाएंगे.
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