कुल्लू:आग लगने पर जिला कुल्लू में फायर हाइड्रेंट कार्य ही नहीं करते हैं तो ऐसे में आग पर काबू कैसे पाया जाए. यह जिला कुल्लू में दमकल विभाग के लिए चिंता का कारण बना हुआ है. कुल्लू जिले में आग लगने की ज्यादा घटनाएं पेश आती हैं. पिछले एक साल में कुल्लू जिले में 50 से अधिक घटनाएं पेश आ चुकी हैं. हर जगह फायर ब्रिगेड की टीम को पानी की समस्या से जूझना पड़ा. आग बुझाते समय दमकल विभाग की गाड़ी का पानी खत्म हो गया तो फिर टंकी भरने के लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी है. वहीं, कई मामलों में पानी भरने के लिए भी गाड़ियों को काफी दूर जाना पड़ा है.
जिला कुल्लू में कुल 112 फायर हाइड्रेंट लगे हुए हैं. कुल्लू शहर की बात करें तो यहां पर कुल 60 फायर हाइड्रेंट लगे हैं. जिसमें 50 ही कार्य करते हैं, जबकि 10 फायर हाइड्रेंट कार्य नहीं करते हैं. कुछ जगह से फायर हाइड्रेंट तो गायब हैं और कुछ में पानी का प्रेशर नहीं है. ऐसे में शहर में आग की बड़ी घटना पेश आएगी तो आग को बुझाना दमकल विभाग के लिए चुनौती साबित होगी. भुंतर शहर में 10 फायर हाइड्रेंट लगे हैं. जिसमें एक भी कार्य नहीं करता है. सरकारी मानक के अनुसार हर एक किलोमीटर पर एक फायर हाइड्रेंट होना चाहिए.
बंजार में लगी आग पर खुली थी पोल:जिला कुल्लू के बंजार में नौ अप्रैल को बाजार में नौ दुकानों में लगी आग पर दमकल विभाग फायर हाइड्रेंट में पानी भरने गए, लेकिन फायर हाइड्रेंट में पानी ही नहीं था. जिस कारण दमकल विभाग को दूर से पानी लाना पड़ा, लेकिन तब तक आग ने दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया था.