कुल्लू: जिला कुल्लू के ग्राम पंचायत सारी के भेखली में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया. इस खास मौके पर और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण एवं आयुर्वेद मंत्री डॉ. राजीव सैजल भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े. यह केन्द्र आस-पास की सात पंचायतों के लोगों को लाभान्वित करेगा.
इस अवसर पर मनाली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े शिक्षा व कला, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने भेखली के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की घोषणा की थी. क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग आज पूरी हुई है. उन्होंने कहा कि कुल्लू में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने पर बल दिया जा रहा है.
अभी हाल ही में जिला अस्पताल को चार डॉक्टर और 10 स्टाफ नर्से मिली हैं और इन्होंने अपनी ड्यूटी ज्वाइन भी कर ली है. ये नया स्टाफ विशेषतौर पर कोविड के मामलों के उपचार व देखभाल में तैनात किया गया है.
35 करोड़ से रामशिला-भेखली-शिरड़ सड़क का निर्माण जोरों पर
गोविंद ठाकुर ने कहा कि रामशिला से भेखली तथ शिरड़ तक सड़क के विस्तार व पक्का करने का कार्य जारी है और इसके लिए 35 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है. इसी प्रकार, भेखली-सारी की सड़क बनकर तैयार हो गई है. उन्होंने क्षेत्र में निर्माणाधीन तथा स्वीकृत अनेक सड़कों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद पिछले पांच महीनों की यदि बात की जाए तो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जिला के लिए 158 करोड़ की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास किए हैं.
उन्होंने कहा कि जिला में विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है. कोरोना के कारण कुछ निर्माण क्षेत्रों में विलंब होना स्वाभाविक था, लेकिन अब निर्माण कार्यों ने रफ्तार पकड़ ली है. क्षेत्रीय अस्पताल का पांच करोड़ का प्रशासनिक भवन कार्यशील शिक्षा मंत्री ने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के अतिरिक्त भवन का लोकार्पण किया था और अब अस्पताल का प्रशासनिक अमला इस भवन में कार्य कर रहा है.
इस भवन के बनने से पुराने भवन का इस्तेमाल 100 बिस्तरों के जिला कोविड केयर अस्पताल के रूप में किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आधुनिक सुविधाओं से लैस कोविड केयर केन्द्र में तेगु बेहड़ तथा अन्य जगहों से कोरोना मरीजों को शिफ्ट किया जाएगा. इस केन्द्र में न केवल कुल्लू जिला से बल्कि लाहौल-स्पिति, पांगी व मण्डी के कुछ क्षेत्रों के लोगों को भी सुविधा मिलेगी. बहुत कम मरीजों को रेफर करने की आवश्यकता पड़ेगी.