कुल्लू:कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश सरकार ने कर्फ्यू लगाया है. हालांकि अब धीरे-धीरे अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इस कोरोना कर्फ्यू के दौरान लोगों को किसी भी तरह की रियायत नहीं दी गई थी, लेकिन प्रदेश की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले किसानों को कर्फ्यू के दौरान भी राहत दी गई थी, ताकि अनाज की खरीद-फरोख्त होती रहे. इस राहत का किसान भाइयों को फायदा भी हुआ है. किसानों खाद्य उत्पादों को सही दाम पर बेचने में सफल हुए.
कर्फ्यू में भी जारी रहा सब्जी मंडियों का संचालन
कुल्लू जिले में विभिन्न फलों और सब्जियों का उत्पादन बड़ी मात्रा में होता है. इन फल सब्जियों की मांग हमेशा रहती है. एपीएमसी द्वारा कुल्लू जिले में 8 फल और सब्जी मंडियों का संचालन किया जा रहा है. इनमें बंदरोल, भुंतर, पतलीकूहल, कुल्लू, चैरी बिहाल, निरमंड, खेगसू, बंजार और शॉट शामिल है.
इन फल व सब्जी मंडियों के माध्यम से लोगों को घर-द्वार के समीप अपने उत्पादों को बेचने की सुविधा प्रदान की गई है. हालांकि कोरोना काल में मंडियों के संचालन पर खतरा जरुर मंडराया था, लेकिन प्रशासन और सरकारी इंतजामों की वजह से नुकसान का खतरा टल गया.
मंडियों के संचालन के लिए तैयार की गई SOP