कुल्लू: जुनून और जिद के आगे देश की सबसे प्रतिष्ठित संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विस की परीक्षा पास कर आईएएस अधिकारी बनने वाले दिवेश शाशनी युवाओं के लिए प्रेरणा बन गए हैं. बड़ी बात यह है कि दिवेश शाशनी बिना कोचिंग लिए एसटी वर्ग में बेहतर अंक हासिल कर आईएएस बनने वाले पहले जनजातीय युवक बन गए हैं.
दिवेश के पिता बलदेव शाशनी एक प्रगतिशील बागवान हैं और माता शिक्षिका हैं. बेटे की कामयाबी से पूरा परिवार बेहद खुश है. बलदेव शाशनी को अपने बेटे की मेहनत और लगन पर पूरा यकीन था. ग्रामीण परिवेश में पले बढ़े दिवेश ने इंजीनियरिंग के लिए चंडीगढ़ के पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश लिया. हालांकि इससे पहले दिवेश की पढ़ाई मनाली में हुई है.