कुल्लू: जिले में हैजे की रोकथाम के उपायों के लिए डीसी ऋचा वर्मा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया. डीसी ने जिले में 25 जून से 8 जुलाई तक डायरिया की रोकथाम के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष पखवाड़े का आयोजन करने की बात कही.
बैठक के दौरान डीसी कुल्लू डीसी ने कहा कि बरसात के दिनों में बच्चे जल्द डायरिया की चपेट में आ सकते हैं इसलिए जिन घरों में 5 वर्ष आयु तक के छोटे बच्चे हैं वे ओआरएस का घोल हर समय घर पर उपलब्ध रखें. उन्होंने जिला के सभी लोगों से अपील की वे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा हैजे से संबंधित दी गई जानकारी हासिल करें ताकि महामारी के फैलने की आशंका से बचा जा सके.
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वहीं, शिक्षा विभाग के अधिकारी भी स्कूलों में पानी की टंकियों की सफाई एक हफ्ते में निश्चित करें और टंकी में तिथि भी अंकित की होनी चाहिए. इसके अलावा स्कूलों के शौचालय को साफ रखने की व्यवस्था भी सुनिश्चित करें. साथ ही बच्चों को घर में उबला हुआ पानी स्कूल लाने के लिए प्रेरित करें.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुशील चंद्र ने बताया कि मानसून के दौरान जिले में कुल 300 के करीब डायरिया के मामले आने की संभावना बनी रहती है. इसके लिए विभाग ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध दवाइयों की व्यवस्था पहले ही कर ली है. उन्होंने कहा कि जिला व खंड स्तर पर त्वरित प्रतिक्रिया दलों का गठन किया गया है. क्षेत्र में किसी बीमारी के फैलने की आशंका वाले क्षेत्रों में जाकर टीम उपाय करती है. उन्होंने कहा कि डायरिया की रोकथाम के लिए जिंक की गोली उपयुक्त है, जिसे लोगों को अपने घरों में रखना चाहिए.
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