किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में स्थानीय पारंपरिक छाटो और किलटो की मांग काफी बढ़ गई है. जिसके चलते स्थानीय ग्रामीणों ने अपने छाटो और किलटो के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए रिकांगपिओ चौक के पास जगह-जगह दुकानें लगाई हैं.
इस बार छाटो (टोकरी) व किलटो की डिमांड पूरे प्रदेश के अंदर सबसे ज्यादा है जो किन्नौर से वितरित होती है. इन छाटो में किन्नौर के लोग सर्दियों में रोटी फल फ्रूट सूखे मेवे और चावल व अन्य खाद्य प्रदार्थ रखते हैं. बता दें कि यह किन्नौरी टोकरी व किलटे राजल नामक लकड़ी से बने होते हैं जो काफी दुर्लभ लकड़ी है. इसे किन्नौर में शुद्ध माना जाता है इसमें खाना व अन्य खाद्य पदार्थ के सामान रखने से खराब नहीं होते. इसलिए इसकी मांग पूरी हिमाचल के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में मांग है.