कुल्लू: हिमाचल प्रदेश जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार में स्थित विश्व धरोहर ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क क्षेत्र में राज्य पक्षी जाजुराना की गणना पिछले कल यानी गुरुवार से शुरू हो गई. यह आज और कल यानी शनिवार 6 मई तक चलेगी. इसको लेकर 18 टीमों का गठन किया गया है. उसके बाद साफ हो पाएगा कि ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क क्षेत्र में कितने राजकीय पक्षी जाजुराना मौजूद हैं.
3200 मीटर ऊंचाई तक गणना:वन मंडल अधिकारी निशांत ने बताया कि ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क कोर जोन की तीनों रेंजों सैंज, जीवनाला और तीर्थन रेंज में 3 दिनों तक जाजुराना पक्षी की अनुमानित गणना की जाएगी. इस कार्य के लिए 18 टीमों का गठन किया गया है. यह टीमें पार्क क्षेत्र के विभिन्न स्थानों 2200 मीटर से 3200 मीटर ऊंचाई तक जाकर कई विधियों द्वारा जाजुराना पक्षी की मौजूदगी के आंकड़े एकत्रित करेंगी.
विश्वभर में जाजुराना की कुल संख्या 3500:हिमाचल प्रदेश वन विभाग के पूर्व प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं सेवानिवृत्त एचओडी वाइल्ड लाइफ विंग गुरिंदरजीत सिंह गोरया ने बताया कि जाजुराना प्रजाति का पक्षी दुनिया से विलुप्त होने के कगार पर है. इस समय विश्वभर में जाजुराना की कुल संख्या 3500 है और ,इसमें सबसे अधिक संख्या कुल्लू जिले में स्थित ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में पाए जाने की संभावना है.
टीमें यहा पता लगाएंगी जाजुराना का: ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क तीर्थन रेंज शाईरोपा के वन परीक्षेत्र अधिकारी परमानंद ने बताया कि जाजूराना पक्षी की गणना के लिए गठित टीमें पार्क क्षेत्र के अंदर कीलमनाला, होमखनी, थानैन, शुगाडनाला, खोडूथाच, बहली थाच, लंगम थाच, सरा थाच, कालीकांडा, संजतथाच, उपगेन थाच, शिलट, छोद्वार, खोरलीपोई, बासु और नाड़ा आदि स्थानों में जाकर जाजुराना पक्षी की उपस्थिति का पता लगाएंगी. वहीं, जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में स्टडी टूर पर आए राष्ट्रीय वन अकादमी देहरादून के करीब 50 आईएफएस परिविक्षाधीन अधिकारियों का दल भी पार्क क्षेत्र में की जा रही जाजुराना की इस गणना में शमिल हैं.
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