कुल्लू: कोरोना कर्फ्यू में भी निर्माण कार्य को जारी रखने की अनुमति दी गई है. जिसके चलते बाहरी राज्यों के मजदूरों को भी काफी राहत मिली है. मजदूर रोजाना की तरह अपने निर्माण कार्यों पर काम में जुटे हुए हैं.
काम छोड़कर घर जाने से बचे मजदूर
कुल्लू जिले में भवन निर्माण में जुटे मजदूरों का कहना है कि कोरोना कर्फ्यू से पहले हम चिंतित थे कि निर्माण कार्य पर रोक लगा दी जाएगी. हमारे पास घर जाने के अलावा कोई चारा नहीं था. ऐसे में रोजी रोटी पर संकट था और काम बीच में छोड़कर घर जाने की चिंता थी, लेकिन सरकार ने मजदूरों के हित में फैसला लेकर हमारी रोजी रोटी और दिहाड़ी भी बचा ली. साथ ही हम काम बीच में छोड़कर घर जाने जैसी स्थिति से भी बच गए.
निर्माण कार्य जारी रहना मजदूरों के लिए संजीवनी
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से आनी में निर्माण कार्य करने आए संतोष, भोलू सहित उनके 8 साथियों का यह कहना है कि कोरोना कर्फ्यू में प्रदेश की जयराम सरकार ने निर्माण कार्य जारी रखने का जो फैसला किया है वो मजदूरों के लिए संजीवनी से कम नहीं है.
पीडब्ल्यूडी के तहत हो रहे एक निर्माण कार्य में कार्यरत संतोष का कहना है कि वह करीब छह महीने से आनी क्षेत्र में विभिन्न निजी और सरकारी निर्माण कार्य कर रहा है. ऐसे में अचानक यदि निर्माण कार्य बंद हो जाता तो उनके सामने बेरोजगारी का संकट पैदा हो जाता. इसके अलावा विभिन्न निर्माण कार्य के दौरान कमाया हुआ पैसा जो कई लोगों के पास अभी बकाया है उसे लेने के लिए भी समय नहीं मिलता.
सरकार का जताया आभार मजदूर
संतोष व भोलू का कहना है कि जैसे ही सरकार ने निर्माण कार्य जारी रखने का फैसला लिया तो उनके पास दिहाड़ी लगाने का अवसर के साथ साथ बीते छह महीने में कमाए हुए बकाया पैसे लेने के लिए भी समय मिल गया है. भोलू कुमार ने प्रदेश सरकार का मजदूर हितेषी फैसला लेने पर आभार जताया है.
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