हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

कुल्लू में सीटू का प्रदर्शन, मजदूरों को दी जाने वाली सुविधाओं को जल्द बहाल करने की मांग

जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में भवन एवं सड़क निर्माण मजदूर यूनियन सम्बधित सीटू के द्वारा एक रोष रैली भी निकाली गई. संगठन के महासचिव भूप सिंह भंडारी ने मजदूरों को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्रमिक कल्याण बोर्ड मे पजीकृत मजदूरों को पिछले काफी समय से बोर्ड के द्वारा मिलने वाली सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं.

CITU Protest in kullu.
कुल्लू में सीटू का प्रदर्शन.

By

Published : Apr 22, 2021, 5:57 PM IST

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में मजदूरों के हितों की अनदेखी को लेकर भवन एवं सड़क निर्माण मजदूर यूनियन के द्वारा कुल्लू के मिनी सचिवालय का घेराव किया गया. वहीं, इस दौरान मजदूरों को दी जाने वाली सुविधाओं को भी जल्द बहाल करने की मांग रखी गई.

कुल्लू में मजदूर यूनियन का प्रदर्शन

जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में भवन एवं सड़क निर्माण मजदूर यूनियन सम्बधित सीटू के द्वारा एक रोष रैली भी निकाली गई और धरना प्रदर्शन भी किया गया. संगठन के महासचिव भूप सिंह भंडारी ने मजदूरों को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्रमिक कल्याण बोर्ड मे पजीकृत मजदूरों को पिछले काफी समय से बोर्ड के द्वारा मिलने वाली सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं. मजदूरों ने बोर्ड से मिलने वाली सुविधाएं इडंक्शन हीटर, साइकिल, सोलर लैंप, कंबल, स्टील डिनर सेट, ऑफलाइन पानी फिल्टर, छात्रवृत्ति आदि के लिए काफी समय से आवेदन किए हैं लेकिन अभी तक मजदूरों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं.

वीडियो.

क्या है सीटू की मांग?

उन्होंने कहा कि मजदूरों के लिए पंजीकरण प्रकिया को सरल किया जाए साथ ही आवेदन करने के एक माह के भीतर मजदूरों को पंजीकरण कार्ड दिए जाए. कुछ जिलों में मजदूरों को आवंटित की जाने वाली सामग्री भी मजदूरों को नहीं बाटी गई है. उसे जल्द से जल्द बांटा जाए. बोर्ड से पंजीकृत मजदूरों को मिलने बाले लाभों का विवरण पंजीकृत यूनियनों को दिया जाए या बोर्ड की वेबसाइट में दर्शाया जाए ताकि पारदर्शिता बनी रहे.

ये भी पढ़ें:हिमाचल कैबिनेट का बड़ा फैसला, 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन मुफ्त

मांगें नहीं मानने पर आंदोलन की चेतावनी

भूप सिंह का कहना है कि श्रमिक बोर्ड से मिलने बाली पेंशन राशि को बढ़ाकर दो हजार रुपए मासिक किया जाए. इन सभी समस्याओं के लेकर वीरवार को प्रदेश के जिला मुख्यालय पर आंशिक प्रदर्शन किया गया. अगर बोर्ड समय पर पजीकृत मजदूरों के द्वारा आवेदन की गई किसी भी तरह की सहायता को बांटने में देरी करेगी तो यूनियन पूरे प्रदेश में आंदोलन करेगी, जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह प्रशासन की होगी.

ये भी पढ़ें:कोरोना से लड़ने को हिमाचलियों ने पहले भी दिल खोलकर दिया दान, खजाने में जमा हुए थे 84 करोड़

ABOUT THE AUTHOR

...view details