कुल्लू : आज यानी 5 मई 2023 को इस साल का पहला चंद्र ग्रहण लग रहा है और ज्योतिष शास्त्र में भी चंद्रग्रहण का विशेष महत्त्व बनाया माना गया है. ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक माना गया है और चंद्र ग्रहण के दौरान राहु के द्वारा चंद्रमा को ग्रसित किया जाता है. जिसका असर हर किसी की मानसिक स्थिति पर अलग-अलग होता है. 5 मई को ही बुद्ध पूर्णिमा भी है.
चंद्र ग्रहण का समय- शुक्रवार 5 मई की रात 8:45 बजे चंद्र ग्रहण शुरू होगा और मध्यरात्रि के बाद 1:02 बजे समाप्त होगा. हालांकि पहला चंद्र ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा। लेकिन विश्व के कई देशों में चंद्र ग्रहण दिखाई देगा. सनातन धर्म के अनुसार ग्रहण के पहले सूतक काल शुरू हो जाता है लेकिन ग्रहण का प्रभाव भारत में ना होने की वजह से सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा लेकिन उसके बाद भी पौराणिक बातों को ध्यान में रखते हुए गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतने की जरूरत होगी. गर्भवती महिलाएं ग्रहण के समय तेज धार वाली चीजों का प्रयोग ना करें और इस दौरान खाना बनाने और खाना खाने से भी परहेज करें. इसके अलावा सूतक काल ना होने की वजह से पूजा-पाठ या किसी भी धार्मिक कार्य पर कोई रोक नहीं होगी.
चंद्र ग्रहण का राशिफल-साल के पहले चंद्र ग्रहण के दौरान विभिन्न राशियों पर इसका अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा. आचार्य पुष्पराज का कहना है कि ग्रह नक्षत्रों की चाल हर राशि पर असर डालती है. ठीक उसी तरह चंद्र ग्रहण का असर भी अलग-अलग राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा.
मेष- जातकों को सावधानी बरतनी होगी क्योंकि इस दौरान वे गलत फैसले ले सकते हैं. जिससे उनका मन अशांत रहेगा. जातकों की आर्थिक स्थिति पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है.
वृष- जातक चंद्र ग्रहण के दौरान विशेष ध्यान रखें क्योंकि परिवार में उनके संबंध खराब हो सकते हैं. इसके अलावा मानसिक तनाव भी परेशान कर सकता है.
मिथुन- जातकों के लिए ग्रहण पंचम भाव में आ रहा है. ऐसे में अपनी सेहत और कोर्ट के मामलों का ध्यान रखें. यात्रा के दौरान भी सावधानी बरतें.
कर्क- जातक अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें. कार्यक्षेत्र में उन्हें कठिनाइयों का सामना करना होगा. ऐसे में जातक को नियमित रूप से भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए.