कुल्लू: कोविड-19 के खतरे को कम करने के लिए कुल्लू में संचेतना अभियान की शुरूआत की गई है. नगर परिषद कुल्लू के परिक्षेत्र में शनिवार से इसकी व्यवहारिक शुरूआत हुई . कोविड-19 के खतरे को कम करने के उद्देश्य से कुल्लू के लिए संचेतना का शुभारंभ हाल ही में किया गया था. शुरुआत में अभियान के तहत नगर परिषद कुल्लू को शामिल किया गया है और बाद में यह अभियान जिलाभर में चलाया जाएगा.
लाॅकडाउन के दौरान जिला में समग्र एक्टिव केस फाईडिंग अभियान चलाया गया था और लगभग पौने पांच लाख लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई थी. इस अभियान को बड़ी सफलता मिली और यही कारण रहा कि जिला में कोरोना पाॅजिटिव के मामले अन्य जिलों की तुलना में काफी देर से आने शुरू हुए. संचेतना एसीएफ से मिला-जुला अभियान है और इससे कोरोना के प्रसार पर अंकुश लगाने में सहायक होगा.
संचेतना को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से पहले ही आशा और स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती कर दी है. आशा वर्कर्स को पल्स आक्सीनेटर उपलब्ध करवाए गए हैं. अभियान के दौरान ये कार्यकर्ता घर-घर जा जाकर संभावित कोरोना केे मामलों का पता लगाएंगे. 60 साल से ऊपर आयुवर्ग के वरिष्ठ नागरिकों के आक्सीजन लेवल की जांच की जाएगी.
कोरोना संक्रमण का बड़ी आयु के लोगों और छोटे बच्चों को ज्यादा खतरा रहता है. इसके अलावा आशा कार्यकर्ता अन्य नागरिकों में अगर खांसी, जुकाम, बुखार इसके अलावा सांस लेने की समस्या जैसे लक्षण हों तो तुरंत से उन्हें चिकित्सक के पास जाने के लिए प्रेरित किया जाएगा.