कुल्लू: जिले के बंजार में गुरूवार को हुए हादसे ने प्रदेश की जनता को एक बार फिर झकझोर दिया है. हादसें में 44 लोगों की मौत हो गई है, जबकि अभी भी कुछ लोग गंभीर स्थिति से गुजर रहे हैं. बस हादसे से बंजार घाटी के दर्जनों गांव में मातम छाया हुआ है.
हादसे के बाद से बंजार घाटी के सराज के टील, बाहु, जिभी, घ्यागी, खाबल, मोहणी, पेड़चा, डिम्बरचाहड़ी, पाटन और मंडी सराज के खौली, थाचाधार, खनार व घाट पंचायतों के दर्जनों गांवों में मातम पसर गया है.
मृतकों का अंतिम संस्कार करते परिजन जानकारी के अनुसार, इस बस में 4 बजे बंजार बस स्टैंड से कॉलेज के छात्र और हिम केयर स्वास्थ्य कार्ड बनवाने आए गाड़ागुशैणी के कई परिवार सवार थे. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र के खौली तक शाम 5 बजे पहुंचने वाली इस बस में बंजार से ही 70 से ज्यादा यात्री बैठ गए थे. वहीं, बयोट मोड़ के पास बस पहुंचते ही बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई.
ऐसे किया गया रेस्क्यू
इस सड़क दुर्घटना में घायलों को रेस्क्यू करने में स्थानीय लोगों ने भी अपनी अहम भूमिका निभाई है. बताया जा रहा है कि जैसे ही स्थानीय लोगों को पता चला कि बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई है और इसमें सवार सभी लोग गंभीर रूप से घायल है. लोगों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर गहरी खाई से लोगों को ऊपर निकालने का कार्य शुरू किया.
इस दौरान कुछ पर्यटकों ने भी अपनी अपनी गाड़ियां घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए भेजी. वहीं, पर्यटक भी मौके पर ही रुक कर राहत कार्यों को अंजाम देने में जुट गए और अपने-अपने वाहनों से मरीजों को कुल्लू अस्पताल पहुंचाया. घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए बंजार टैक्सी यूनियन से भी गाड़ियों को भेजा गया, जो मरीजों को घटनास्थल से बंजार व कुल्लू अस्पताल के लिए आती रही.